इस बार के कुंभ को यादगार बनाने की रंगीन कोशिश

By Team MyNation  |  First Published Nov 25, 2018, 2:37 PM IST

प्रयागराज में इस बार लगने वाले कुंभ मेले को खूबसूरत बनाने के लिए एक खास कोशिश की जा रही है। इसके लिए पांच विशेषज्ञ संस्थाएं दिन-रात काम में जुटी हुई हैं। 

कुंभ मेले के लिए प्रयागराज शहर की दीवारों को रंगीन भित्ति चित्रों(वॉल पेन्टिंग) से सजाया जा रहा है। इन चित्रों में भारतीय धर्म, संस्कृति, सभ्यता, परंपराएं और इतिहास को दीवारों पर उकेरा जाएगा। 

इन भित्ति चित्रों में धार्मिक घटनाओं को विशेष रुप से जगह दी जा रही है। 

इस काम के लिए सरकार की ओर से पांच विशेषज्ञ एजेंसियां लगातार काम में जुटी हुई हैं। भित्ति चित्र(वॉल पेन्टिंग) से पूरे शहर, मेला स्थल, सभी टेंट, मेला स्थल पर बनने वाले सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों को सजाया जा रहा है।

प्रयागराज के सेंट्रल नैनी जेल में एक विश्व रिकॉर्ड बनाने की कवायद शुरू कर दी गई है। भित्ति चित्र(वॉल पेन्टिंग) बनाने वाली कंपनियों की योजना नैनी जेल की दीवार पर दुनिया की सबसे बढ़ी पेटिंग बनाने की है। 

इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में सबसे बड़ी धार्मिक पेंटिंग के तौर पर दर्ज कराया जाएगा। इसके लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को सूचित कर दिया गया है।

नैनी जेल की दीवार पर दुनिया की सबसे बड़ी धार्मिक पेंटिंग बनाने के लिए 50 चित्रकारों की टीम लगातार काम में जुटी हुई है। 

जिस दीवार पर पेन्टिंग बनाई जा रही उसकी लंबाई तकरीब 5000 फुट और ऊंचाई औसतन 20 फुट है। इस पर पेटिंग बनाने का आधे से ज्यादा काम हो चुका है। 

यह पेन्टिंग समुद्र मंथन की थीम पर आधारित है। दीवार पर समुद्र मंथन की पूरी कहानी पेंटिंग के जरिए बताई जाएगी। उम्मीद है कि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा इस पेंटिंग को दुनिया की सबसे बड़ी धार्मिक पेन्टिंग के तौर पर मान्यता दी जाएगी।

प्रयागराज में लगने वाले कुंभ मेले को वर्ष 2017 में यूनेस्को द्वारा ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ की प्रतिनिधि सूची में मान्यता प्रदान की गई है। हिंदू धर्म में कुंभ का विशेष स्थान है। कुंभ पर्व 12 वर्ष के अंतराल में आता है।

प्रयागराज में दो कुंभ मेलों के बीच में छह वर्ष के अंतराल में अर्द्धकुंभ आयोजित होता है।  जनवरी 2019 में होने वाला स्नान अर्द्धकुंभ का स्नान होगा।
 

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