योगी जी आपका ध्यान किधर है, असली अपराधी तो इधर हैं

Aug 31, 2018, 5:54 PM IST


बांदा- उत्तर प्रदेश में बीजेपी के छुटभैये नेता अपनी हरकतों से पार्टी को शर्मसार करने से बाज नहीं आ रहें हैं। बांदा में बीजेपी के मंडल अध्यक्ष ने जिले की महिला एसपी शालिनी के खिलाफ फेसबुक पर इस तरह की अभद्र टिप्पणी की, कि जिसे हम यहां लिख भी नहीं सकते। 

मामला यहीं पर नहीं खत्म होता है।  जब  ब्रजेश त्रिपाठी को पुलिस आईटी एक्ट में गिरफ्तार करती है तो सैकड़ों की संख्या में पहुंचे उसके समर्थक कोतवाली पहुंचकर आईटी एक्ट के तहत हुई कार्रवाई का विरोध भी करते हैं।

आरोपी ब्रजेश त्रिपाठी के करीब 200 से ज्यादा समर्थक पहले जिला अस्पताल और बाद में कोतवाली में पहुंच बवाल करने लगे। करीब 3 घंटे तक कोतवाली छावनी में तब्दील रही। 

सीओ सिटी ने बताया कि करीब 200 की संख्या में भीड़ कोतवाली नगर में इकट्ठा थी, ब्रजेश त्रिपाठी के समर्थकों को लगा कि इन्हें आईटी एक्ट में दर्ज मुकदमे में जेल भेजा जा रहा है जबकि यह जमानती धारा थी, इन्हें निजी मुचलके में यहां से छोड़ दिया गया है।

भाजपाइयों के दबाव के बाद पुलिस भले ही जमानती धारा और थाने से निजी मुचलके पर रिहाई के अधिकार की दलील दे रही हो लेकिन मेडिकल के लिए जिला अस्पताल अक्सर जेल भेजने से पहले ले जाया जाता है।

साफ है पुलिस को फिलहाल सत्ताधारी पार्टी के दबाव के आगे तब भी झुकना पड़ा जबकि मामला सीधे महिला के सम्मान से जुड़ा था।

इस तरह की घटनाएं पहले की अखिलेश सरकार में आम थीं, जिसे हटाकर यूपी की जनता ने योगी सरकार को चुना। लेकिन नए निजाम में भी पुलिस इतनी ही लाचार दिखाई देती है, तो फिर अखिलेश और योगी में आखिर फर्क ही क्या रहा।