पहले दिग्विजय सिंह चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे, लेकिन कमलनाथ की सलाह पर उन्होंने पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए हामी भर दी है। लेकिन अभी तक बीजेपी इस मामले में पीछे है। बीजेपी में पहले कई नामों पर चर्चा हुई, लेकिन अब पार्टी तीन नामों पर विचार कर रही है। दिग्विजय सिंह राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रहे हैं और राज्य में कांग्रेस के दिग्गज नेता माने जाते हैं।
मध्य प्रदेश की भोपाल सीट को लेकर बीजेपी में अभी भी मंथन चल रहा है। पार्टी अभी तक यहां किसी को प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। जबकि कांग्रेस ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को प्रत्याशी घोषित किया है। बीजेपी में इस सीट के लिए तेजी से तीन नामों पर चर्चा हो रही है। जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और उमा भारती के साथ ही साध्वी प्रज्ञा का नाम तेजी से उभर रहा है।
असल में कांग्रेस ने भोपाल की अहम माने जाने वाली भोपाल सीट पर दिग्विजय सिंह को उतारा है। हालांकि पहले दिग्विजय सिंह चुनाव लड़ने के इच्छुक नहीं थे, लेकिन कमलनाथ की सलाह पर उन्होंने पार्टी को चुनाव लड़ने के लिए हामी भर दी है। लेकिन अभी तक बीजेपी इस मामले में पीछे है। बीजेपी में पहले कई नामों पर चर्चा हुई, लेकिन अब पार्टी तीन नामों पर विचार कर रही है। दिग्विजय सिंह राज्य के दो बार मुख्यमंत्री रहे हैं और राज्य में कांग्रेस के दिग्गज नेता माने जाते हैं।
अब बीजेपी के भीतर शिवराज सिंह और उमा भारती के साथ ही साध्वी प्रज्ञा के नाम पर चर्चा जोरों पर है। भोपाल को बीजेपी का गढ़ माना जाता है, लिहाजा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को यहां से पार्टी उम्मीदवार बनाना चाहती है। वहीं अब इस मामले में उमा भारती का नाम भी सामने आ रहा है। हालांकि पहले उमा भारती ने चुनाव लड़ने के लिए मना कर दिया था। वह अभी यूपी की झांसी सीट से सांसद हैं और केन्द्रीय मंत्री भी। लेकिन इस बीच सबसे ज्यादा चर्चा में नाम साध्वी प्रज्ञा का चल रहा है।
क्योंकि साध्वी प्रज्ञा को हिंदू आतंकवाद के मामले में पूर्व की यूपीए सरकार ने जेल में भेजा था और अब साध्वी जमानत पर हैं। उन्हें एनआईए ने भी क्लीन चिट दे दी है। लिहाजा बीजेपी वह पर साध्वी को प्रत्याशी बनाकर हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण करने की योजना बना रही है। हिंदू आतंकवाद शब्द को दिग्विजय सिंह ने ही सबसे पहले प्रयोग किया था।
ऐसा कहा जा रहा है कि कुछ दिन पहल उमा भारती की दिल्ली में आरएसएस के प्रमुख नेताओं मुलाकात हुई है। जिसके बाद इस बात की संभावनाएं बढ़ गयी है कि बीजेपी उन्हें भोपाल सीट से उम्मीदवार बना सकती है। फिलहाल अभी पार्टी को राज्य में आठ सीटों के लिए प्रत्याशी तय करने हैं। लेकिन सबसे ज्यादा समय भोपाल सीट को लेकर लग रहा है।