प्याज को लेकर किसान परेशान हैं क्योंकि प्याज की कीमतों के कारण उसकी लागत भी नहीं निकल पा रही है। देश में प्याजकी बंपर पैदावार हुई है इसके कारण प्याज की कीमतों में कमी आई है। वहीं लॉकडाउन में होटल और रेस्टोरेंट के बंद होने के कारण प्याज की खपत कम हो गई है। जिसके कारण कीमतों में काफी कमी गिरावट आ गई है।
नई दिल्ली। देश में प्याज की कीमत जमीन पर आ गई है और जिसके कारण किसानों को प्याज औने पौने दाम पर बेचने पड़ रहा है। हालात ये हैं कि खुले बाजार में प्याज दस रुपये प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है। जिसके कारण किसानों को नुकसान उठाना पड़ रहा है। लॉकडाउन के सा ही पड़ रही भीषण गर्मी के चलते किसानों को प्याज की कीमत नहीं मिल पा रही है। जबकि कुछमहीनें पहले तक प्याज की कीमत दो सौ रुपये किलोग्राम तक पहुंच गई थी।
प्याज को लेकर किसान परेशान हैं क्योंकि प्याज की कीमतों के कारण उसकी लागत भी नहीं निकल पा रही है। देश में प्याजकी बंपर पैदावार हुई है इसके कारण प्याज की कीमतों में कमी आई है। वहीं लॉकडाउन में होटल और रेस्टोरेंट के बंद होने के कारण प्याज की खपत कम हो गई है। जिसके कारण कीमतों में काफी कमी गिरावट आ गई है। हालात ये हैं कि किसानों को प्याज औने पौने दाम पर बेचना पड़ रहा है। बाजार के जानकारों का कहना है कि प्याज की कीमतों में फिलहाल इजाफा नहीं होगा।
क्योंकि लॉकडाउन के कारण रेस्टोरेंट और होटल बंद हैं। जिसके कारण बाजार में प्याज की मांग नहीं है और हालत फिलहाल ऐसे रहेंगे। कुछ महीने पहले प्याज की कीमत आसमान पर थी। जिसके कारण ज्यादा से ज्यादा किसानों ने प्याज की फसल खेतों में लगा दी थी। जिसके बाद अब उपज ज्यादा हुई है। देश में बंपर पैदावार होने के बाद भी प्याज़ की मांग नहीं बढ़ रही। वहीं लॉकडाउन के कारण एक राज्य से दूसरे राज्य में प्याज नहीं पहुंच रहा है।
लिहाजा जहां पर प्याज है उसका उठान नहीं हो रहा है और कीमत नीचे आ रही है। बाजार में अभी सिर्फ़ 3 से 4 रुपए किलो बिक रहा है। जिसके कारण किसान पहेशान हैं और प्याज किसानों के आंखों में ला रहे हैं। हालांकि लॉकडाउन होने के कारण प्याज का निर्यात नहीं हो पा रहा है। वहीं मुस्लिम देशों में लॉकडाउन होने के कारण प्याज की मांग नहीं बढ़ी है। जिसके कारण इन देशों को प्याज का निर्यात नहीं हो पा रहा है।