उत्तर प्रदेश में 20 कृषि विज्ञान केंद्रों को खोलने की सहमति दी है। यूपी में तिलहन व दलहन की अपार संभावनाएं हैं। सिद्धार्थनगर को चावल की भूमि कहा जाता है। वहीं, मुज्जफरनगर में गुड़ की 180 वैरायटी उपलब्ध है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत जिले को पहचान मिल रही है। अब भारत दुनिया का नेतृत्व कर सकता है। प्रदेश में 4 लाख से अधिक गौ आश्रय बनवाए गए हैं। गोवंश के गोबर को कंपोस्ट खाद में बदलेंगे। योगी आदित्यनाथ ने आचार्य नरेन्द्र देव कृषि विश्वविद्यालय अयोध्या में बताया कि कैसे विज्ञान की मदद से किसानों की आय दोगुनी की जाएगी।
अयोध्या: आचार्य नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इस काम में कृषि विज्ञान केंद्रों के वैज्ञानिकों की अहम भूमिका है। कहा कि, अकेला यूपी पूरे देश का पेट भरने की क्षमता रखता है। इस काम में कृषि वैज्ञानिकों की अहम भूमिका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की आय दोगुना करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने दशकों से लंबित न्यूनतम समर्थन मूल्य को लागू किया और किसान सम्मान निधि योजना को लागू कर किसानों को समृद्ध बनाने का काम किया है।
योगी ने कहा कि, बताया कि, प्रदेश में 20 कृषि विज्ञान केंद्रों को खोलने की सहमति दी है। यूपी में तिलहन व दलहन की अपार संभावनाएं हैं। सिद्धार्थनगर को चावल की भूमि कहा जाता है। वहीं, मुज्जफरनगर में गुड़ की 180 वैरायटी उपलब्ध है। वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत जिले को पहचान मिल रही है। अब भारत दुनिया का नेतृत्व कर सकता है। प्रदेश में 4 लाख से अधिक गौ आश्रय बनवाए गए हैं। गोवंश के गोबर को कंपोस्ट खाद में बदलेंगे।
योगी ने कहा कि, कृषि विश्वविद्यालय को कृषि विज्ञान केंद्रों के साथ मिलकर काम करना होगा। दो कृषि विश्वविद्यालय को सेंट्रल एक्सीलेंसी बनाने का प्रयास किया जा रहा है। सिंचाई विभाग अपने सभी योजनाओं की समीक्षा करें। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय परिसर में 750 किलो वाट सोलर प्लांट का लोकार्पण किया और छात्रावास का शिलान्यास किया।