असल में राज्य में योगी सरकार बनने के बाद से ही अयोध्या में दीपोत्सव मनाने का फैसला किया था। योगी सरकार ने इस दीपोत्सव को वृहद तौर पर आयोजित किया था और ये देश विदेश की मीडिया का भी केन्द्र रहा। जिसके बाद योगी सरकार को काफी प्रशंसा भी मिली। लिहाजा अब योगी सरकार ने मथुरा में जन्मोत्सव मनाने का फैसला किया है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अयोध्या में भगवान राम की वापसी की खुशी में दीपावली के मौके पर दीपोत्सव आयोजित करने के बाद अब मथुरा में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर जन्मोत्सव मनाने का फैसला किया है। इसके लिए राज्य सरकार ने अभी से तैयारियों शुरू कर दी हैं। जिसके जरिए मथुरा में पौराणिक मान्यता को उत्सव के रूप में मनाया जाएगा।
असल में राज्य में योगी सरकार बनने के बाद से ही अयोध्या में दीपोत्सव मनाने का फैसला किया था। योगी सरकार ने इस दीपोत्सव को वृहद तौर पर आयोजित किया था और ये देश विदेश की मीडिया का भी केन्द्र रहा। जिसके बाद योगी सरकार को काफी प्रशंसा भी मिली।
लिहाजा अब योगी सरकार ने मथुरा में जन्मोत्सव मनाने का फैसला किया है। हालांकि मथुरा के विकास के लिए योगी सरकार पहले ही बड़े फैसले ले चुकी है। जिसके तहत वहां पर विकास कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है। धार्मिक नगरी होने के कारण मथुरा और आसपास के इलाके योगी सरकार की प्राथमिकता में है।
पिछले दो साल पहले अयोध्या में दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। इसके बाद से ही योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मथुरा के साथ ही वृंदावन में भी होली के कार्यक्रमों को बड़े स्तर पर संचालित किया जा चुका है। इस तरह के कार्यक्रमों के जरिए योगी सरकार अपनी ब्रांडिग कर रही है।
यही नहीं कुंभ जैसे विशाल कार्यक्रम का आयोजन कराने के बाद योगी सरकार को काफी प्रशंसा मिली। क्योंकि इस बार कुंभ में करीब 20 करोड़ से ज्यादा तीर्थ यात्री पहुंचे थे। यहीं नहीं प्रवासी भारतीयों को लुभाने के लिए योगी सरकार ने प्रयागराज के साथ ही वाराणसी में बड़े धार्मिक कार्यक्रमों को आयोजन किया था।
लिहाजा अब सरकार ने कृष्ण जन्माष्टमी भी बड़े पैमाने पर मनाने का फैसला किया है। इन कार्यक्रमों कीक रूपरेखा उसी स्तर पर बनाई जाएगी, जिस तरह से पुरी में यात्रा का आयोजन किया जाता है। योगी सरकार ने अयोध्या में दीपोत्सव, काशी की देव दीपावली, विंध्याचल में नवरात्र और पुरी की जगन्नाथ यात्रा की तर्ज पर मथुरा में जन्माष्टमी का भी भव्य आयोजन करने का फैसला किया है। ताकि देशी और विदेश पर्यटक आसानी से आ सके और इससे स्थानीय पर्यटन को भी फायदा मिले।