असल में लखनऊ के दिलकुशा रेलवे क्रॉसिंग पर एक आरओबी बनाया जाना था। इसका ऐलान बीएसपी प्रमुख मायावती ने किया था। राज्य की पिछली एसपी सरकार के कार्यकाल में माल एवेन्यू मार्ग पर ओवर ब्रिज बनवाया गया था। ये ओवरब्रीज मायावती के बंगले के सामने बनाया गया था।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोकसभा चुनाव में प्रदेश में मिली बड़ी जीत के लिए बीएसपी प्रमुख मायावती को तोहफा देंगे। योगी मायावती के उस प्रोजेक्ट को शुरू करेंगे, जिसका ऐलान मायावती ने अखिलेश यादव से खुन्नस निकालने के लिए किया था।
लिहाजा अब जब एसपी और बीएसपी में दोस्ती हो गयी है। तो योगी का प्रोजेक्ट शुरू करने का फैसला दोनों को बीते दिनों की याद जरूर दिलाएगा। लेकिन जो बदला मायावती अखिलेश यादव से नहीं ले सकीं वह अब योगी आदित्यनाथ अखिलेश से लेंगे।
असल में लखनऊ के दिलकुशा रेलवे क्रॉसिंग पर एक आरओबी बनाया जाना था। इसका ऐलान बीएसपी प्रमुख मायावती ने किया था। असल में राज्य की पिछली एसपी सरकार के कार्यकाल में माल एवेन्यू मार्ग पर ओवर ब्रिज बनवाया गया था। ये ओवरब्रीज मायावती के बंगले के सामने बनाया गया था।
जिसके कारण ब्रिज से कोई भी बंगले में देख सकता था। इस ब्रीज के बनाये जाने से मायावती खासी नाराज थी। यहां तक उन्होंने ऐलान किया था कि जब राज्य में उनकी सरकार बनेगी तो वह विक्रमादित्य मार्ग पर ओवर ब्रिज बनवाएंगी। विक्रमादित्य मार्ग पर एसपी का मुख्य कार्यालय होने के साथ ही ज्यादातर एसपी नेताओं के निजी बंगले हैं।
लेकिन अब मायावती की इस ख्वाहिश को सीएम योगी आदित्यनाथ पूरा करेंगे। जानकारी के मुताबिक विक्रमादित्य मार्ग से पिपराघाट व सुलतानपुर रोड से जोड़ने वाली दिलकुशा रेलवे क्रॉसिंग पर रेलवे ओवर ब्रिज बनाने की कवायद शुरू हो गयी है। इस ब्रिज के बन जाने के बाद विक्रमादित्य मार्ग पर समाजवादी पार्टी का कार्यालय समेत एसपी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव, शिवपाल सिंह यादव, अखिलेश यादव समेत कई वीवीआईपी के निजी आवास प्रभावित होंगे।