भारत की 'बैंड ऑफ महाराजा' ऑस्कर की रिमाइंडर लिस्ट में शामिल हो गई है। गिरीश मलिक द्वारा निर्देशित इस फिल्म का गाना "इश्क वाला डाकू" और उस्ताद बिक्रम घोष का ओरिजिनल स्कोर ऑस्कर की रेस में शामिल हैं।
नई दिल्ली। भारतीय म्यूजिकल मूवी ''बैंड आफ महाराजा'' को आस्कर अवार्ड के लिए योग्य घोषित किया गया है। यह इंडियन सिनेमा का सिर फख्र से ऊंचा करने वाली खबर है। गिरीश मलिक द्वारा निर्देशित फिल्म का सॉन्ग "इश्क वाला डाकू" और विक्रम घोष द्वारा तैयार किया गया ओरिजिनल स्कोर भी रंग लाया है, ये दोनों भी बेस्ट ओरिजिनल सॉन्ग और बेस्ट ओरिजिनल स्कोर कैटेगरी में नामांकन की दौड़ में हैं।
''बैंड ऑफ महाराजा'' की कहानी क्या?
''बैंड ऑफ महाराजा'' मूवी में पंजाब के सीमावर्ती गांव के तीन युवाओं की कहानी फिल्माई गई है, जो म्यूजिशियन थे। उनका म्यूजिक को लेकर ऐसा जुनून था कि तीनों सीमा पार करके पाकिस्तान पहुंच गए, जहां अक्सर कट्टरपंथी तत्व म्यूजिक का विरोध करते हैं। ऐसे माहौल में उनका साहस और कला के प्रति समर्पण सुनहरे पर्दे पर दिखाया गया है। फिल्म में विक्रम घोष की रचनाओं ने जान डाल दी है। इसकी वजह से एक बेहतरीन म्यूजिकल मूवी बन सकी।
फिल्म देती है ये संदेश
फिल्म की यह इंस्पिरेशनल स्टोरी बताती है कि कैसे कला और संगीत सिर्फ मनोरंजन का साधन नहीं, बल्कि समाज और मानवता को जोड़ने का एक शक्तिशाली माध्यम भी बन सकता है। इसके साथ ही, फिल्म इस तथ्य पर भी प्रकाश डालती है कि संगीत एक ऐसी भाषा है, जो हर सीमा और भेदभाव को पार करने की ताकत रखती है।
गिरीश मलिक ने क्या कहा?
निर्देशक गिरीश मलिक ने इस अवसर पर कहा, "हमारे लिए यह एक गर्व का पल है कि 'बैंड ऑफ महाराजा' अब ऑस्कर में नामांकन की दौड़ में है। यह फिल्म सिर्फ एक कहानी नहीं है, बल्कि यह संगीत की शक्ति और सीमाओं को पार कर एकता लाने के महत्व को उजागर करती है।" उनका मानना है कि इस फिल्म के माध्यम से वे एक ऐसे संदेश को दुनिया तक पहुंचाने में सफल हुए हैं, जो मानवता और सांस्कृतिक समृद्धि को जोड़ने की कोशिश करता है।
ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर भारत की आवाज
इस फिल्म के ऑस्कर रिमाइंडर लिस्ट में शामिल होने से भारतीय सिनेमा का एक नया चेहरा सामने आया है। फिल्म 'बैंड ऑफ महाराजा' को ऑस्कर के लिए नामांकित होने के लिए कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन अब यह भारत की आवाज बनकर ग्लोबल लेवल पर खड़ी है। फिल्म की कहानी और संगीत दोनों ही दुनिया भर के दर्शकों को अपनी ओर आकर्षित करेगी।
भारतीय सिनेमा के लिए साबित हो सकती है मील का पत्थर
'बैंड ऑफ महाराजा' न केवल भारतीय सिनेमा को रिप्रेजेंट करती है, बल्कि यह एक सामूहिक प्रयास है, जो भारतीय कल्चर, म्यूजिक और आर्ट की समृद्धि को ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर पेश कर रहा है। यह फिल्म भारतीय सिनेमा के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है और भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को ग्लोबल लेवल पर एक नया स्थान दिला सकती है।
ये भी पढें-Z-Morh Tunnel: भारत की स्ट्रेंथ और टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा, पढ़ें 10 दिलचस्प बातें