भारत का नया सुपरवेपन: ड्रोनों का काम तमाम करेगा 'भार्गवास्त्र', बड़ी मिसाइलें नहीं होंगी बेकार

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Jan 16, 2025, 11:02 AM IST

'भार्गवास्त्र', भारत का पहला स्वदेशी माइक्रो-मिसाइल सिस्टम, छोटे ड्रोनों के झुंड को नष्ट करने के लिए तैयार है। जानिए इसकी विशेषताएं, क्षमताएं और यह कैसे महंगी मिसाइलों की जगह एक सस्ता और सटीक विकल्प प्रदान करेगा।

नई दिल्ली। छोटे ड्रोनों को मार गिराने के लिए भारत अब महंगी और भारी मिसाइलों का यूज नहीं करेगा, बल्कि उनको खत्म करने के लिए  'भार्गवास्त्र' नामक एक एडवांस काउंटर-ड्रोन सिस्टम डेवलप किया गया है। यह सिस्टम छोटे ड्रोनों के झुंड को तबाह करने में सक्षम है। स्वदेशी टेक्नोलॉजी से बना है। इससे महंगे संसाधनों की भी बचत होगी।

स्वदेशी माइक्रो-मिसाइल सिस्टम की सफल टेस्टिंग

हाल ही में इस स्वदेशी माइक्रो-मिसाइल सिस्टम की सफल टेस्टिंग की गई। गोपालपुर समुद्री फायरिंग रेंज में किए गए परीक्षण में 'भार्गवास्त्र' ने 2.5 किमी से अधिक दूर के वर्चुअल टारगेट को सटीकता से निशाना बनाया। यह मल्टी-लेयर सिस्टम, छोटे ड्रोनों के झुंड से निपटने के लिए डिजाइन किया गया है, जो सेना के लिए बेहद अच्छा विकल्प साबित होगा। चाहे इजरायल-गाजा युद्ध की बात हो या फिर यूक्रेन-रूस वॉर की। इन वॉर में ड्रोन का बड़े पैमाने पर यूज हुआ। देखा जाए तो आज के समय में ड्रोन हमले ग्लोबल लेवल पर सिक्योरिटी के लिए एक बड़ा खतरा बन चुके हैं। छोटे और सस्ते ड्रोन, जो झुंड में हमला करते हैं, महंगी एयर डिफेंस तकनीकों को चुनौती देते हैं। ऐसे में 'भार्गवास्त्र' इस प्रॉब्लम का हल पेश कर रहा है। 

जानिए भार्गवास्त्र' की खासियत

'भार्गवास्त्र' की सबसे बड़ी खासियत इसकी माइक्रो-मिसाइल तकनीक है। यह सिस्टम 6 किमी से अधिक दूर तक छोटे ड्रोनों का पता लगाने और उन्हें सटीकता से मार गिराने में सक्षम है।

यह दुश्मन के ड्रोनों को पहचानकर उनके स्थान पर माइक्रो-म्यूनिशन दागता है। ये म्यूनिशन न केवल प्रभावी हैं बल्कि पारंपरिक मिसाइलों की तुलना में बहुत सस्ते भी हैं।

यह सिस्टम एक साथ 64 माइक्रो मिसाइलें दागने में सक्षम है, जिससे बड़े ड्रोन झुंड का खात्मा किया जा सकता है।

'भार्गवास्त्र' को एक मोबाइल प्लेटफॉर्म पर स्थापित किया गया है, जिससे इसे जल्दी से किसी भी इलाके में ले जाया जा सकता है। यह ऊंचाई वाले क्षेत्रों से लेकर मैदानी इलाकों तक सभी जगह प्रभावी ढंग से काम कर सकता है।

इस प्रणाली को विशेष रूप से भारतीय सेना और वायुसेना की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया गया है।

दुनिया के लिए प्रेरणा बनेगा 'भार्गवास्त्र'

वर्तमान में दुनिया के कुछ ही देशों के पास ऐसे अत्याधुनिक काउंटर-ड्रोन सिस्टम हैं। 'भार्गवास्त्र' न केवल भारत के रक्षा क्षेत्र को मजबूत करेगा, बल्कि यह अन्य देशों के लिए एक प्रेरणा भी बनेगा। स्वदेशी तकनीक से बने इस सिस्टम का उत्पादन भारतीय रक्षा उद्योग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।

ये भी पढें- स्पेस टेक्नोलॉजी में भारत की नई छलांग: देश का पहला प्राइवेट सैटेलाइट लॉन्च, जानें करेगा क्या काम?

click me!