वकार ने अन्य टीमों को देखते हुए कहा की पाकिस्तान 'अंडरडॉग' के रूप में पहुंचा है और उन्हें अपनी जगह बनाने के लिए एक अच्छी शुरुआत देने की जरूरत है। यदि वे कुछ शुरुआती मैच हार गए तो विश्वकप उनके लिए जीतना मुश्किल हो जाएगा।
27 साल पहले 1992 में इमरान खान के नेतृत्व में पाकिस्तान ने अपना एकमात्र एकदिवसीय विश्व कप जीता था। खेल विशेषज्ञों की नज़र में सरफराज अहमद की कप्तानी में मौजूदा पाकिस्तान की टीम विश्व कप 2019 में अन्य टीमों के मुकाबले कमजोर लग रही है और विश्व कप के टॉप पांच माने जाने वाले दावेदारों में भी पाकिस्तान का नाम नहीं है।
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज़ और कोच वकार यूनुस का कहना है की पाकिस्तान को कम आंकना गलत है क्योंकि इससे पहले भी पाकिस्तान को कमजोर आंका गया लेकिन बड़े टूर्नामेंटों में उसने जादुई कमाल करके दिखाया और उम्मीद के कहीं बेहतर परफॉर्मेंस करके दिखाया। वकार का मानना है कि अगर पाकिस्तान ने अपनी फील्डिंग में सुधार किया और टूर्नामेंट में अच्छी शुरुआत की तो वह ट्रॉफी उठाने का दावेदार बन सकता है।
वकार ने अन्य टीमों को देखते हुए कहा की पाकिस्तान 'अंडरडॉग' के रूप में पहुंचा है और उन्हें अपनी जगह बनाने के लिए एक अच्छी शुरुआत देने की जरूरत है। यदि वे कुछ शुरुआती मैच हार गए तो विश्वकप उनके लिए जीतना मुश्किल हो जाएगा।
वकार ने कहा कि पिछले कुछ महीनों में टीम की लगातार हार के बावजूद, देश टीम के साथ खड़ा है। उनका मानना है कि टीम विश्व कप जीत सकती है।
वकार को लगता है कि पाकिस्तान के बल्लेबाज विशेष रूप से शीर्ष क्रम अच्छे फॉर्म में हैं और वहाब रियाज और मोहम्मद आमिर के आने से उनकी गेंदबाजी भी मजबूत हुई है।
उन्होंने कहा पाकिस्तान के लिए सकारात्मक यह है उन्होंने बड़ा स्कोर बनाना शुरू कर दिया हैं। उन्होंने दिखाया है कि वे 300 से अधिक स्कोर करने में सक्षम हैं। ये बात वकार ने पाकिस्तान इंग्लैंड की 5 मैचों के एकदिवसीय श्रृंखला के हवाले से कही जो हाल ही में पूरी हुई है। हालाँकि पाकिस्तान ये श्रृंखला 4-0 से हार गयी थी। वकार ने कहा, "बल्लेबाजों ने तेज़ पिचों का इस्तेमाल किया और रनों का ढेर लगा दिया है। वे सभी अच्छे फॉर्म में हैं, खासकर बाबर आजम और हारिस सोहेल।"
उन्होंने कहा कि "फखर ज़मान और इमाम-उल-हक ने भी अच्छी बैटिंग कि, इसलिए शीर्ष चार बल्लेबाज़ अच्छी फॉर्म में लग रहे हैं।"
"गेंदबाजी एक अच्छी दिशा में आगे बढ़ रही है। वहाब रियाज़ और मोहम्मद आमिर कि टीम में वापसी के बाद टीम कि बॉलिंग मजबूत हो गयी है।"
उन्होंने कहा, "लेकिन मेरे लिए सबसे बड़ा मुद्दा क्षेत्ररक्षण है। फील्डर्स इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में हर तरह से ढीले दिखे और इससे उनका आत्मविश्वास डगमगा सकता है।
पाकिस्तान 31 मई को विश्व कप 2019 में विंडीज से भिड़ेगा।