एशियाई खेलों में भारत की महिला हॉकी टीम ने रजत पदक से ही संतुष्टि करनी पड़ी। हालांकि उम्मीद गोल्ड मेडल की थी। सिल्वर मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम की खिलाड़ी नेहा गोयल सोनीपत की रहने वाली है। टीम के मेडल जीतने पर नेहा के घर में खुशी का माहौल है।
एशियाई खेलों में भारत की महिला हॉकी टीम ने रजत पदक से ही संतुष्टि करनी पड़ी। हालांकि उम्मीद गोल्ड मेडल की थी। सिल्वर मेडल जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम की खिलाड़ी नेहा गोयल सोनीपत की रहने वाली है। टीम के मेडल जीतने पर नेहा के घर में खुशी का माहौल है।
नेहा बहुत ही गरीब परिवार से है। नेहा गोयल अपनी मां के साथ महज एक कमरे में रहती थी और कड़ी मेहनत की जिसकी वजह से वो नेशनल टीम का सदस्य बनी। उनकी मेहनत से आज उन्होंने जिले का नाम रोशन किया है। नेहा की मां ने कहा कि वह बहुत खुश है, उनकी बेटी ने आज उसका नाम रोशन कर दिया। नेहा के कोच प्रीतम सिवाच का कहना है कि वो बहुत ही ज्यादा मेहनत करती थी और जिसका नतीजा वह इतनी बड़े मुकाम तक पहुंची।