न्यूजीलैंड ने भारत का लगातार दस टी-20 सीरीज जीत का सिलसिला तोड़ा, अंतिम मुकाबले में 4 रन से हराया

By Team MyNation  |  First Published Feb 10, 2019, 4:44 PM IST

ऑलराउंडर कोलिन मुनरो ने 40 गेंद में पांच छक्कों और पांच चौकों की मदद से 72 रन की पारी खेली। 213 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम छह विकेट पर 208 रन ही बना सकी।

ऑलराउंडर कोलिन मुनरो की अगुआई में बल्लेबाजों के दमदार प्रदर्शन की बदौलत न्यूजीलैंड ने बड़े स्कोर वाले तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भारत को चार रन से हराकर तीन मैचों की सीरीज 2-1 से जीत ली। इसके साथ ही भारत का लगातार 10 सीरीज से जारी अजेय अभियान भी थम गया। भारत ने पिछली टी20 सीरीज 2017 में वेस्टइंडीज के खिलाफ गंवाई थी।

न्यूजीलैंड के 213 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम विजय शंकर (43), कप्तान रोहित शर्मा (38) और ऋषभ पंत (28) की पारियों के बावजूद छह विकेट पर 208 रन ही बना सकी। दिनेश कार्तिक (16 गेंद में नाबाद 33, चार छक्के) और कृणाल पांड्या (13 गेंद में नाबाद 26, दो चौके, दो छक्के) ने सातवें विकेट के लिए 4.4 ओवर में 63 रन की साझेदारी की लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। न्यूजीलैंड की ओर से डेरिल मिशेल और मिशेल सेंटनकर ने क्रमश: 27 और 32 रन देकर दो-दो विकेट चटकाए। 

इससे पहले, कोलिन मुनरो की अगुआई में बल्लेबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत न्यूजीलैंड ने भारत के खिलाफ तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में रविवार को यहां चार विकेट पर 212 रन बनाए। मुनरो ने 40 गेंद में पांच छक्कों और पांच चौकों की मदद से 72 रन की पारी खेलने के अलावा टिम सीफर्ट (43) के साथ पहले विकेट के लिए 80 और कप्तान केन विलियनसन (27) के साथ दूसरे विकेट के लिए 55 रन की साझेदारी की। कोलिन डि ग्रैंडहोम (30) और डेरिल मिशेल (11 गेंद में नाबाद 19) ने अंत में चौथे विकेट के लिए 3.2 ओवर में 43 रन जोड़कर टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। 

भारत की ओर से कुलदीप यादव सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने चार ओवर में 26 रन देकर दो विकेट हासिल किए। कृणाल पंड्या ने चार ओवर में 54 जबकि उनके छोटे भाई हार्दिक पांड्या ने चार ओर में 44 रन लुटाए। किसी द्विपक्षीय श्रृंखला में ये दोनों गेंदबाज सबसे अधिक रन खर्च करने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। हार्दिक ने मौजूदा श्रृंखला के तीन मैचों में 131 जबकि कृणाल ने 119 रन लुटाए। भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने टास जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया जिसके बाद मुनरो और सीफर्ट की जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 7.4 ओवर में 80 रन जोड़कर टीम को तूफानी शुरुआत दिलाई।

मुनरो ने भुवनेश्वर कुमार के पहले ही ओवर में छक्के के साथ खाता खोला जबकि सीफर्ट ने खलील अहमद के पहले दो ओवर में तीन चौके और एक छक्का मारा। मुनरो ने छठे ओवर में कृणाल पांड्या पर दो छक्के और एक चौके से 20 रन जुटाए और टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया।

सीफर्ट ने हार्दिक पर भी छक्का जड़ा लेकिन रोहित ने जब गेंद कुलदीप को थमाई तो इस सलामी बल्लेबाज ने शाट खेलने के बाद मामूली अंतर से पैर बाहर निकाल दिया और विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी ने तूफानी गति से उनके स्टंप उखाड़ दिए। सीफर्ट ने 25 गेंद का सामना करते हुए तीन छक्के और इतने ही चौके मारे।

मुनरो ने कुलदीप पर छक्का जड़ा और फिर कृणाल की गेंद को भी दर्शकों के बीच पहुंचाकर 28 गेंद में अर्धशतक पूरा किया और साथी ही 11वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। मुनरो हालांकि 60 रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब हार्दिक की गेंद पर खलील ने उनका कैच टपका दिया। मुनरो ने इसी ओवर में लगातार गेंदों पर चौका और छक्का मारा।

मुनरो हालांकि कुलदीप के अगले ओवर में लांग आन पर हार्दिक को कैच दे बैठे। उन्होंने 40 गेंद की अपनी पारी में पांच छक्के और पांच चौके मारे। कप्तान केन विलियमसन के साथ उनकी 55 रन की साझेदारी में कप्तान का योगदान सिर्फ 15 रन का रहा।

विलियमसन ने खलील पर दो चौके मारे लेकिन इसी ओवर में शार्ट फाइन लेग पर कुलदीप को आसान कैच दे बैठे। उन्होंने 21 गेंद में तीन चौकों की मदद से 27 रन जोड़े। कोलिन डिग्रैंडहोम ने इसके बाद मोर्चा संभाला। उन्होंने कृणाल पर छक्का और चौका जड़ने के बाद भुवनेश्वर पर लगातार दो चौके मारे। डेरिल मिशेल ने भी भुवनेश्वर पर चौका जड़ा। रोहित ने 26 रन के स्कोर पर हार्दिक की गेंद पर ग्रैंडहोम का कैच टपकाया। 

ग्रैंडहोम हालांकि इसका फायदा नहीं उठा पाए और भुवनेश्वर की आफ साइड से बाहर की गेंद पर धोनी को कैच दे बैठे। मिशेल ने भुवनेश्वर पर चौके के साथ 19वें ओवर में टीम के 200 रन पूरे किए। (इनपुट भाषा से भी)
 

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