सरकारी स्कीम्स: बैंकों ने बढ़ाएं फिक्स्ड डिपॉजिट, जानें कौन से बैंक दे रहे हैं सबसे ज्यादा रिटर्न

By Surya Prakash Tripathi  |  First Published Jul 17, 2024, 6:27 PM IST

जानें बैंक ऑफ बड़ौदा, एसबीआई, इंडियन ओवरसीज बैंक और अन्य बैंकों द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) पर ऑफर किए जा रहे विशेष ब्याज दरों के बारे में। निवेश के लिए सर्वोत्तम योजनाएं और ब्याज दर की जानकारी पाएं।

Bank Offering Special FD Rates: अगर आप बैंकों में FD करने की योजना बना रहे हैं, तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़ लें, इसमें बैंको की ओर से फिक्स डिपॉजिट पर शानदार इंटरेस्ट रेट ऑफर किए जा रहे हैं। जिनकों जानना आपके लिए बेहद बहुत जरूरी है। रिटेल डिपॉजिट को आकर्षित करने की नियत से बैंको ने स्पेशल स्कीमें शुरू की है। जिनमें सेविंग करने वालों को सेम टेन्यौर के लिए मौजूदा कमिटमेंट्स के ऊपर फिक्स डिपॉजिट  के लिए एक्स्ट्रा 25-30 आधार नंबरों को की पेशकश की जा रही है। 

इंटरेस्ट रेट बढ़ने के बताई जा रहीं ये वजहें
बैंकों के इस कदम से पता चलता है कि फ्यूचर में  पॉलिसी इंटरेस्ट रेट हाईएस्ट पर बनी रहेंगी। ईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार SBI समेत कई प्रमुख बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने 399 से 444 दिनों के पीरियड के इन्वेस्टमेंट के लिए 7.25% से 7.30% तक की इंटरेस्ट रेट वाली सेविंग स्कीम्स शुरू की हैं। सीनियर सिटिज इन नए इंटरेस्ट रेट पर एक्स्ट्रा 50 नंबर्स के लिए पात्र हैं।  

कौन बैंक कितना ऑफर कर रहे इंटरेस्ट रेट?

  1. भारतीय स्टेट बैंक की अमृत वृष्टि योजना में 444 दिन की FD पर 7.25% ब्याज मिलती है। 
  2. BOB के मानसून धमाका स्कीम के तहत 399 दिन की FD पर भी 7.25% ही ब्याज ऑफर कर रहा है। 
  3. बैंक ऑफ महाराष्ट्र की 666 स्कीम में 7.15% ब्याज ऑफर कर रहा है। 
  4. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की FD 399 दिन के लिए 7.25% इंटरेस्ट रेट दे रहा है। 
  5. इंडियन ओवरसीज बैंक ने 444 दिनों के पीरियड वाली FD पर 7.30% ब्याज दर तय की है।
  6. BOM 200 दिनों के पीरियड वाली जमाराशि पर 6.90% और 400 दिनों तक की FD पर 7.10% इंटरेस्ट दे रहा है।

इंटरेस्ट रेट में बढ़ोत्तरी को लेकर क्या बोल रहे एक्सपर्ट?
एक कामर्सियल बैंक के ट्रेजरी प्रमुख के अनुसार लेंडर्स रिटेल डिपॉजिट बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, और इसलिए उन्होंने लिमिटेड पीरियड की स्कीमें शुरू की हैं। बैंकरों का मानना है कि यदि ऋण वृद्धि 14-16% की रेट से जारी रहती है, तो उन्हें जमा जुटाने के लिए अधिक आकर्षक ब्याज दरों की पेशकश करनी होगी। डिपॉजिट रेट हाईक का निर्णय भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और बैंक CEO के बीच हाल ही में हुई बातचीत के बाद लिया गया है, जिसमें रेगुलेटर्स ने बैंकों को जमा और क्रेडिट ग्रोथ के बीच के अंतर को कम करने का निर्देश दिया था। 28 जून तक, बैंक लोन में साल-दर-साल 14% की ग्रोथ हुई थी, जबकि जमा में केवल 11% की ग्रोथ हुई थी।

क्या कहते हैं इंडस्ट्री एक्सपर्ट?
इंडस्ट्री एक्सपर्ट का मानना है कि बैंक शार्ट टर्म के लिए ये हाईएस्ट रेट इसलिए दे रहे हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि साइकिल रेट , जिसके इस कैलेंडर वर्ष के लेट हॉफ में बदलने की उम्मीद थी। अंततः उलटना शुरू हो जाएगा क्योंकि मुद्रास्फीति लगातार केंद्रीय बैंक की कानूनी रूप से निर्धारित सीमाओं के भीतर बनी हुई है। ICRA रेटिंग्स में फाईनेंसियल एरिया के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनिल गुप्ता ने कहा कि बैंक दो वर्ष से कम पीरियड के लिए हाईरेट की पेशकश कर रहे हैं। इसलिए जब इंटरेस्ट रेट साइकिल बदलेगा, तो बैंक हाई कास्ट वाली देनदारियों में फंसना नहीं चाहेंगे।"

RBI गवर्नर ने दिए ये स्पेशल संकेत
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने हाल ही में संकेत दिया था कि इंटरेस्ट रेट कुछ समय तक ऊंची रहेंगी। उन्होंने कहा कि ग्लोबल लेबल पर और भारत में समग्र आर्थिक माहौल बहुत अनिश्चित है... मुझे लगता है कि इंटरेस्ट रेट में कटौती के बारे में बात करना अभी जल्दबाजी होगी।

 


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