क्या कोरोना के बाद बढ़ा हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा? पढ़ें नई स्टडी का बड़ा खुलासा

By Rajkumar Upadhyaya  |  First Published Oct 22, 2024, 4:49 PM IST

कोरोना से ठीक हुए लोगों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा बढ़ा है। अमेरिकी साइंटिस्ट्स की नई स्टडी के मुताबिक, कोविड से प्रभावित मरीजों में दिल और स्ट्रोक की समस्याएं दोगुनी हो सकती हैं। जानें कैसे रखें दिल का ख्याल।

नई दिल्ली। कोराना महामारी के बाद भी तमाम लोग अब तक बीमारियों से उबर नहीं पाए हैं। अब एक नई स्टडी ने लोगों की चिंता और बढ़ा दी है, जो हाल ही में पब्लिश हुई है। यह रिसर्च अमेरिकी साइंटिस्ट्स द्वारा की गई है। रिसर्च के मुताबिक, कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके लोगों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा दोगुना हो सकता है। 

10 हजार लोगों पर किया गया रिसर्च 

यह रिसर्च पिछले हफ्ते पब्लिश हुई थी, जिसमें 10 हजार ऐसे लोगों पर रिसर्च किया गया है, जो कोराना वायरस की पहली लहर में संक्रमित हुए थे। उन लोगों के सेहत के डेटा को 3 साल तक ट्रैक करने के बाद साइंटिस्ट्स इस नतीजे पर पहुंचे हैं। स्टडी में पाया गया कि कोरोना से संक्रमित लोगों में स्ट्रोक और हार्ट अटैक से मृत्यु का खतरा दोगुना ​था। जो लोग गंभीर इंफेक्शन की वजह से हॉस्पिटल में एडमिट हुए थे। उन लोगों में हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा चार गुना तक हो सकता है।

कोरोना वैक्सीन नहीं थी, तब हुई थी स्टडी

अब सवाल उठता है कि क्या यह खतरा सिर्फ उन लोगों को ज्यादा है, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन नहीं ली? तो आपको बता दें कि अमेरिकी वैज्ञानिकों की यह स्टडी उस समय की है, जब कोरोना वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी। इसके बावजूद विशेषज्ञों के बीच यह चिंता का विषय है कि वैक्सीन मार्केट में आने के बाद भी लोगों की बॉडी पर कोरोना के क्या प्रभाव पड़ेंगे। एंजेला क्लर्क, जो यूनिवर्सिटी ऑफ रीडिंग की प्रोफेसर हैं, उनके अनुसार 'दिल खुद की मरम्मत करने में सक्षम नहीं है। ऐसे में यदि एक बार दिल को कोई नुकसान हो गया है तो उसे रिपेयर करना लगभग असंभव है। उनका कहना है कि दिल बॉडी का एक मजबूत हिस्सा है, जब तक उसकी हालत बहुत खराब न हो जाए, तब तक वह कोई सिग्नल नहीं देता।

हार्ट पर कोरोना का असर कैसा?

लोगों के मन में यह सवाल भी उठता है कि आखिरकार कोरोना वायरस दिल पर किस तरह असर डाल सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह वायरस ब्लड क्लॉटिंग मतलब खून के थक्के बनने वाले प्रॉसेस को प्रभावित कर सकता है। कुछ मामलों में दिल की सूजन का मामला भी सामने आया है, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ सकता है।

हार्ट का ख्याल रखने के लिए क्या करें?

विशेषज्ञों के मुताबिक, कोरोना वायरस के ज्यादातर मामले गंभीर नहीं होते। इस वजह से लंबे समय तक कोई दिक्कत होने की संभावना नहीं होती है। पर यदि दिल को हेल्दी रखना है तो लोगों को अपनी लाइफस्टाइल को हेल्दी बनाना होगा, क्योंकि हर व्यक्ति के पास एक ही दिल है, जो उनके पूरे जीवन काम करता है।

ये भी पढें-क्या सच होगी बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस की 2025 की भविष्यवाणी? दी विनाश की चेतावनी.

click me!