Covid-19: महामारी का रूप ले चुके कोरोना संक्रमण फिर से पैर पसारने लगा है। सिंगापुर, अमेरिका के साथ-साथ भारत में भी कोरोना के नए वैरिएंट FLiRT (फिलर्ट) ने तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है। देश के कई राज्याें में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। खासकर महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में।
Covid-19: महामारी का रूप ले चुके कोरोना संक्रमण फिर से पैर पसारने लगा है। सिंगापुर, अमेरिका के साथ-साथ भारत में भी कोरोना के नए वैरिएंट FLiRT (फिलर्ट) ने तेजी से पांव पसारना शुरू कर दिया है। देश के कई राज्याें में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। खासकर महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल में।
Covid-19: सिंगापुर में एक हफ्ते में मिले 25 हजार से ज्यादा पेशेंट
संक्रमण के मामले कई देशों में एक बार फिर से बढ़ते देखे जा रहे हैं। सिंगापुर में तो पिछले सप्ताह कोरोना के नए वैरिएंट FLiRT (फिलर्ट) 25 हजार पेशेंटों का पता चला। उससे पहले वाले सप्ताह में यह संख्या 11 हजार थी।
Covid-19: जून में पीक पर होगा कोरोना का संक्रमण काल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अपने देश में भी कोरोना संक्रमण फैल रहा है। महाराष्ट्र KP.2 वैरिएंट के 146 केस दर्ज किए गए हैं। पश्चिम बंगाल 36 पेशेंटों के साथ दूसरे स्थान पर है। राजस्थान, गुजरात, ओडिशा समेत कई स्टेटो में भी नया वैरिएंट्स तेजी से फैल रहा है। फिलर्ट (KP.2) ओमिक्रॉन का ही सब-वैरिएंट है। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने सावधानी बरतने की अपील की है।
Covid-19: सिंगापुर गर्वनमेंट ने जारी की एडवाईजरी
सिंगापुर गर्वनमेंट तो एलर्ट मोड में आ गई है। उसने देश के सभी नागरिकों से मास्क पहनने की गुजारिश की है। इन हालातों देखते हुए आशंका जताई जाने लगी कि आने वाले समय में एक बार फिर से लॉकडाउन जैसे हालत बन सकते हैं। सिंगापुर हेल्थ मिनिस्टर ओंग ये कुंग ने जून 2024 में कोरोना संक्रमण के पीक पर पहुंचने की आशंका जताई है। FLiRT वैरिएंट की वजह से अस्पतालों में पेशेंट बढ़ते जा रहे हैं।
Covid-19: क्या बन रही है लॉकडाउन जैसी स्थिति?
कोरोना के नए वैरिएंट की रिसर्च रिपोर्ट के आधार पर एक्सपर्ट्स ने बताया KP.2 जिस स्पीड से फैल रहा है, उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि बहुत जल्द ही वह JN.1 वैरिएंट के बराबर पहुंच जाएगा। कोरोना के 50% सैंपल के रिसर्च में KP.2 को ही प्रमुख कारक माना जा रहा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाईजेशन (WHO) ने KP.2 को वैरिएंट अंडर मॉनिटरिंग के रूप में क्लासीफाइड किया है। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस नए वैरिंयट में भी ओमिक्रॉन जैसे हालात हैं। इससे इंफेक्शन तो होता है लेकिन गंभीर रोग जैसे हालात की आंशका कम है।
Covid-19: क्या हैं नए वैरिएंट के लक्षण?
नए वैरिएंट को लेकर रिसर्च करने वाले डॉ. लुंडस्ट्रॉम के अनुसार इसके लक्षण भी कोविड के पहले के वैरिएंट्स से मिलते-जुलते हैं। ज्यादातर संक्रमितों में बुखार या ठंड लगने, खांसी, सांस लेने में कठिनाई, थकान, मांसपेशियों या सिर में दर्द, स्वाद या गंध की कमी जैसी प्राब्लम्स दिख रही हैं। मास्क पहनना, कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करते रहना बहुत जरूरी हो गया है। बचाव सभी लोगों के लिए जरूरी है।
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