जिस ऐप को लेकर बैंकों ने दी थी चेतावनी -बैंक मैनेजर को उसी से लग गई 11 लाख की चपत- बचने के ये हैं 5 उपाय

By Surya Prakash Tripathi  |  First Published Jun 21, 2024, 12:44 PM IST

Drugs-in-parcel scam: पूणे की रहने वाली एक 26 वर्षीया युवती ड्रग्स पार्सल स्कैम का शिकार हो गई है। एक ऑनलाइन रिपोर्ट के मुताबिक, 'ड्रग्स-इन-पार्सल स्कैम' में युवती को 11 लाख रुपये का फाईनेंशियल लॉस हुआ है। 

Drugs-in-parcel scam: पूणे की रहने वाली एक 26 वर्षीया युवती ड्रग्स पार्सल स्कैम का शिकार हो गई है। एक ऑनलाइन रिपोर्ट के मुताबिक, 'ड्रग्स-इन-पार्सल स्कैम' में युवती को 11 लाख रुपये का फाईनेंशियल लॉस हुआ है। 

कैसे हुआ स्कैम?
पीड़ित महिला के मुताबिक वह एक प्राइवेट वर्ल्ड बैंक में मैनेजर है। उनको एक कूरियर कंपनी इग्ज्यूकेटिव के नाम पर स्कैमर्स ने फोन किया। फोन करने वाले ने बताया कि उनके नाम पर इनलीगल ड्रग्स पार्सल मुंबई से ईरान भेजा जा रहा है। पार्सल में कुछ डेबिट कार्ड, एक्सपायर्ड पासपोर्ट और 500 ग्राम ड्रग्स से भरे खिलौने हैं। इसके बाद स्कैमर्स ने महिला को एक फर्जी प्रोफ़ाइल फोटो और नाम के साथ सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म पर वीडियो कॉल के माध्यम से एक पुलिस अधिकारी से जुड़ने के लिए कहा।

महिला को एक कमरे में कैद रहने को किया विवश
स्कैमर्स ने इन्वेस्टिगेशन के बहाने कॉफिडेंसियल बातचीत के लिए एक कमरे में अकेले बैठने को कहा। इसके बाद कुछ ऐप्स की मदद से स्कैमर्स ने महिला के फोन का रिमोट एक्सेस लिया। इससे स्कैमर्स को महिला बैंक मैनेजर के बैंकिंग ऐप में हेराफेरी करने और बैंक एकाउंट से 11.6 लाख ट्रांसफर करने का एक्सेस मिल गया। पीड़िता को एहसास हुआ कि उसके साथ फ्रॉड किया गया है, तो उसने FIR दर्ज करने के लिए पुणे के चतुरश्रृंगी पुलिस स्टेशन का दरवाजा खटखटाया।

इन ऐप के यूज पर बैंक ने जारी की अपने कस्टमर को एडवाईजरी
बैंक अक्सर यूजर्स को AnyDesk रिमोट डेस्कटॉप ऐप के बारे में चेतावनी देते रहे हैं, जिसका यूज स्कैमर्स, लोगों को लूटने के लिए कर रहे हैं। HDFC, ICICI और एक्सिस सहित कई बैंकों ने अपने यूजर्स को UPI के माध्यम से पैसे चुराने के लिए AnyDesk ऐप का यूज करने वाले स्कैमर्स के बारे में एडवाइज जारी की है। एक अन्य ऐप TeamViewer QuickSupport का भी इसी तरह यूज किया जा रहा है।

लैपटॉप या मोबाइल एक्सेस के जरिए किया जा रहा स्कैम
 AnyDesk के बारे में अवरनेस जानकारी कम है और स्कैमर्स इसका फायदा उठाकर अननोन पर्सन को धोखा दे रहे हैं और ऑनलाइन पैसे चुरा रहे हैं। संदिग्ध ऐप्स डाउनलोड करने से आप स्कैम के शिकार हो सकते हैं। ये स्कैम ऐप्स अक्सर 9 नंबर रिमोट डेस्क कोड का रिक्वेस्ट करते हैं, जिससे स्कैमर्स को आपके फोन की स्क्रीन को देखने और रिकॉर्ड करने का एक्सेस मिल जाता है। जिसके बाद वह आपका बैंक एकाउंट और UPI ट्रांजेक्शन डिटेल पर भ्री नजर रख सकते हैं। 

इस तरह के फ्रॉड से कैसे रखें खुद को सिक्योर?

  1. संदिग्ध पैकेटों के बारे में कूरियर कंपनियों या कानून प्रवर्तन एजेंसियों का रिप्रजेटेंशन करने का क्लेम करने वाले कॉल करने वालों से न जुड़ें।
  2. संदिग्ध पैकेटों के बारे में कोर्ट कंपनियों या कानून प्रवर्तन एजेंसियों का रिप्रजेटेंशन करने का दावा करने वाले कॉल करने वालों से न जुड़ें।
  3. हमेशा ऑफिसियल कूरियर कंपनियों से उनके आफिसियल चैनलों के माध्यम से सीधे इन्फारमेशन वेरीफाई करें।
  4. कभी भी किसी ऐसे व्यक्ति को अपने फोन या कंप्यूटर का रिमोट एक्सेस न दें जिसे आप नहीं जानते हों।
  5. किसी भी सस्पेक्टेड कॉल, ईमेल या SMS की सूचना तुरंत अधिकारियों को दें।

 

 
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