SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी के पति धवल पुरी की कितनी है कुल नेटवर्थ! हिडनबर्ग रिसर्च ने बताई ये डिटेल

By Surya Prakash TripathiFirst Published Aug 11, 2024, 11:06 AM IST
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Dhaval Buch Net Worth: हिंडनबर्ग रिसर्च ने आरोप लगाया है कि SEBI की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच के पास विनोद अडानी के निवेश वाले एक ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी। जानें धवल बुच का प्रोफाइल और हिंडनबर्ग रिपोर्ट के दावे।

Dhaval Buch Net Worth: हिंडनबर्ग रिसर्च ने हाल ही में आरोप लगाया है कि भारतीय प्रतिभूति विनिमय बोर्ड (SEBI) की अध्यक्ष माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच के पास विनोद अडानी द्वारा संचालित एक महत्वपूर्ण ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी। इस फंड का उपयोग कथित तौर पर पैसे की हेराफेरी के लिए किया गया था, जिससे SEBI की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं।

क्या है धवल बुच पर आरोप?
रिपोर्ट के अनुसार, 22 मार्च 2017 को सेबी अध्यक्ष के रूप में माधबी पुरी बुच की नियुक्ति से पहले, उनके पति धवल बुच ने ग्लोबल डायनेमिक ऑपर्च्युनिटीज फंड (GDOF) में अपने निवेश के संबंध में मॉरीशस के फंड प्रशासक ट्राइडेंट ट्रस्ट से संपर्क किया। डाक्यूमेंट्स में दावा किया गया है कि धवल बुच ने लेटर के माध्यम से 'एकाउंट को मैनेज करने के लिए अधिकृत एकमात्र व्यक्ति' होने का अनुरोध किया, जिससे यह लगता है कि राजनीतिक नियुक्ति से पहले संपत्तियों को ट्रांसफर किया गया।

 

वर्तमान में कहां काम करते हैं धवल बुच?
धवल बुच वर्तमान में ब्लैकस्टोन और अल्वारेज़ एंड मार्सल में सीनियर कंस्लटेंट के रूप में कार्यरत हैं और गिल्डन के बोर्ड में गैर-कार्यकारी निदेशक के रूप में भी कार्य करते हैं। उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली (IIT-D) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट की पढ़ाई की है और पहले यूनिलीवर में कार्यकारी निदेशक और मुख्य खरीद अधिकारी (Chief Procurement Officer) के रूप में काम किया है।

कितनी है धवल बुच की कुल संपत्ति?
हिंडनबर्ग रिपोर्ट के अनुसार, धवल बुच की कुल संपत्ति $10 मिलियन है। रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि ब्लैकस्टोन में वरिष्ठ सलाहकार के रूप में धवल बुच के कार्यकाल के दौरान कंपनी ने माइंडस्पेस और नेक्सस सेलेक्ट ट्रस्ट को प्रायोजित किया, जो भारत के प्रमुख रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट (REIT) थे। धवल बुच और माधबी पुरी बुच ने इस रिपोर्ट के आरोपों को निराधार बताते हुए एक ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी किया है, जिसमें उन्होंने अपनी वित्तीय स्थिति को पूरी तरह पारदर्शी बताया और कहा कि सभी आवश्यक खुलासे सेबी को पहले ही प्रदान किए जा चुके हैं।

 


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