IFS अधिकारी कौशल किशोर की प्रेरणादायक यात्रा: चार बार असफल होने के बाद, कड़ी मेहनत और सही मार्गदर्शन से उन्होंने पांचवें प्रयास में UPSC IFS परीक्षा पास की। उनकी संघर्षपूर्ण कहानी जानें।
Inspirational Story: IFS अधिकारी कौशल किशोर की कहानी हमें यह सिखाती है कि असफलता केवल एक पड़ाव है, न कि मंज़िल। बिहार के एक किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले कौशल किशोर ने 4 बार असफल होने के बावजूद हार नहीं मानी और अंततः अपने 5वें प्रयास में UPSC IFS परीक्षा पास कर भारतीय वन सेवा अधिकारी बने। उनका यह सफर कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और सही रणनीति का परिणाम है।
तैयारी के दौरान नौकरी और पढ़ाई में संतुलन कैसे बनाएं?
कौशल किशोर की UPSC यात्रा 2016 में शुरू हुई। उन्होंने कुल 5 बार इस परीक्षा में प्रयास किया, जिनमें शुरुआती 4 बार उन्हें असफलता मिली:
पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी भी संभाली
UPSC की तैयारी के दौरान कौशल किशोर ने एक JEE और NEET कोचिंग सेंटर में पढ़ाया और बाद में PwC (PricewaterhouseCoopers) में टेक्नोलॉजी कंसल्टेंट के रूप में भी काम किया। आर्थिक स्थिरता बनाए रखने के लिए उन्होंने नौकरी और पढ़ाई के बीच संतुलन बनाए रखा।
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UPSC इंटरव्यू: किन सवालों से चौंक गए थे कौशल किशोर?
कौशल किशोर के UPSC इंटरव्यू में कई चुनौतीपूर्ण प्रश्न पूछे गए। कुछ प्रमुख प्रश्न इस प्रकार थे:
इंटरव्यू के दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ प्रश्नों के उत्तर उन्हें नहीं पता थे, लेकिन उन्होंने आत्मविश्वास और ईमानदारी बनाए रखी, जो कि सफलता की कुंजी रही।
UPSC इंटरव्यू के लिए कौशल किशोर के टिप्स
UPSC की तैयारी: सफलता का मंत्र
पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र (PYQs) – यह जानने के लिए कि किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं और उनकी तैयारी कैसे करनी है। उनका कहना है कि घर से UPSC की तैयारी करना किसी कोचिंग संस्थान से कम नहीं होता, क्योंकि इंटरनेट पर आज सब कुछ उपलब्ध है और घर पर पारिवारिक समर्थन भी मिलता है।
कौशल किशोर का फैमिली बैकग्राउंड
कौशल किशोर बिहार के गया जिले के एक छोटे से गाँव से हैं। उनके पिता एक किसान हैं और माँ गृहिणी हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा DAV स्कूल, गया से हुई और उन्होंने IIT दिल्ली से प्रोडक्शन और इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया।
UPSC परीक्षा में असफल होने के बाद भी कैसे जीत हासिल करें?
उनकी मेहनत और दृढ़ निश्चय ने उन्हें अंततः UPSC IFS परीक्षा में सफल बनाया। उनकी सफलता इस बात का प्रमाण है कि अगर इरादे मजबूत हों और मेहनत ईमानदारी से की जाए, तो असफलता भी आपको आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती।
UPSC उम्मीदवारों के लिए कौशल किशोर का संदेश
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