डिजिटल इंडिया के तहत अब सिम कार्ड वेरिफिकेशन पूरी तरह पेपरलेस, जानें नया प्रॉसेस

By Surya Prakash Tripathi  |  First Published Sep 16, 2024, 3:49 PM IST

दूरसंचार विभाग ने नए सिम कार्ड खरीदने और ऑपरेटर बदलने के नियमों को पूरी तरह से पेपरलेस बना दिया है। जानें ई-केवाईसी, सेल्फ केवाईसी, और ओटीपी आधारित वेरिफिकेशन के बारे में विस्तार से।

New SIM Card Rules: सिम कार्ड खरीदने के नियम बदल गए हैं। अब यूजर्स को Airtel, Jio, BSNL या Vodafone-Idea का नया SIM खरीदने के लिए ज्यादा टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। दूरसंचार विभाग (DoT) ने अब इसे पूरी तरह से पेपरलेस कर दिया है। अगर आप अब नया SIM कार्ड खरीदना चाह रहे हैं या ऑपरेटर बदलने की योजना बना रहे हैं तो अब आपको टेलीकॉम कंपनियों के दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। आप अपने SIM कार्ड के लिए जरूरी डाक्यूमेंट का वेरिफिकेशन खुद कर सकेंगे।

क्यों जारी करना पड़ा नया रूल?
दूरसंचार विभाग (DoT) ने अपने ऑफिसियल X हैंडल से SIM कार्ड के लिए नए नियमों की घोषणा की है। साथ ही यूजर्स को नया सिम कार्ड खरीदने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखने को कहा गया है। दूरसंचार विभाग का यह नया नियम यूजर्स के पर्सनल डाक्यूमेंट के साथ फ्रॉड को रोकने के लिए है। साथ ही डिजिटल इंडिया के तहत पूरी तरह से पेपरलेस सिस्टम को लागू करना होगा।

सिम कार्ड का नया नियम
दूरसंचार विभाग ने अपने पोस्ट में कहा कि एक बड़ा टेलीकॉम रिफॉर्म करते हुए अब यूजर्स के लिए E-KYC (नो योर कस्टमर) के साथ-साथ सेल्फ kYC की भी शुरुआत की गई है। यूजर्स को अपना नंबर प्रीपेड से पोस्टपेड में बदलने के लिए भी टेलीकॉम ऑपरेटर्स के पास नहीं जाना पड़ेगा। इसके लिए यूजर्स अब OTP यानी वन टाइम पासवर्ड के आधार पर सर्विस का लाभ उठा सकेंगे।

बिना किसी डाक्यूमेंट को शेयर किए खरीदें नया सिम कार्ड
आप बिना किसी फोटोकॉपी या डाक्यूमेंट को शेयर किए नया सिम कार्ड खरीद सकेंगे। दूरसंचार विभाग की इस पूरी तरह से डिजिटल प्रक्रिया से यूजर्स के डाक्यूमेंट का गलत इस्तेमाल रोका जा सकेगा। अब किसी के नाम पर फर्जी सिम जारी नहीं हो सकेंगे।

आधार बेस्ड e-KYC और सेल्फ kYC क्या है?
दूरसंचार विभाग ने kYC सुधार में आधार आधारित e-KYC, सेल्फ  KYC और OTP बेस्ड सर्विस स्विच की सुविधा शुरू की है। अब यूजर नया सिम कार्ड खरीदने के लिए सिर्फ आधार कार्ड का इस्तेमाल कर सकेंगे। टेलीकॉम कंपनियां यूजर के डाक्यूमेंट के लिए आधार आधारित पेपरलेस वेरिफिकेशन फीचर का इस्तेमाल करेंगी। इसकी कीमत सिर्फ 1 रुपये ( GST के साथ) होगी।

सेल्फ KYC के हैं कई बेनीफिट
इतना ही नहीं दूरसंचार विभाग ने यूजर को ऑनलाइन KYC वेरिफाई करने के लिए सेल्फ KYC की सुविधा भी शुरू की है। यूजर डिजिलॉकर का इस्तेमाल कर खुद ही अपना KYC वेरिफाई कर सकेंगे। अगर कोई यूजर अपना नंबर प्रीपेड से पोस्टपेड या पोस्टपेड से प्रीपेड में स्विच करना चाहता है तो उसे टेलीकॉम ऑपरेटर के दफ्तर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वह OTP आधारित वेरिफिकेशन प्रॉसेस के जरिए कनेक्शन स्विच कर सकेगा।

 


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