PAN 2.0 में क्यूआर कोड का क्या है महत्व? जानिए PAN कार्ड के इस नए वर्जन के फायदे, क्या यह आपके लिए जरूरी है? जानें हर सवाल का जवाब।
PAN Card 2.0: भारत में आइडेंटिटी और फाइनेंशियल एक्टिविटीज के लिए पैन कार्ड एक जरूरी दस्तावेज है। बैंक खाते खोलने, इनकम टैक्स रिटर्न भरने और लेन-देन में इसकी जरूरत पड़ती है। हाल ही में केंद्र सरकार पैन कार्ड का नया वर्जन PAN 2.0 लेकर आई है। हम आपको यहां क्यूआर कोड जैसी नई और एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस PAN 2.0 और इसके क्यूआर कोड के फायदे के बारे में बताने जा रहे हैं।
PAN 2.0 में क्यूआर कोड का क्या महत्व है?
PAN 2.0 में क्यूआर कोड को जोड़ने का मकसद पैन कार्ड की पहचान को सरल और तेज बनाना है। क्यूआर कोड को स्कैन करके पैन कार्ड धारक की जानकारी को तुरंत एक्सेस किया जा सकता है। यह प्रक्रिया न केवल समय बचाती है बल्कि किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी को रोकने में भी मददगार साबित होती है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्स (CBDT) के अनुसार, PAN 2.0 से पैन और टैक्स डिडक्शन अकाउंट नंबर (TAN) के मैनेजमेंट को बेहतर किया जा सकेगा।
क्या PAN 2.0 सबके लिए अनिवार्य है?
जिनके पास पहले से ही पैन कार्ड है, उनके लिए PAN 2.0 कार्ड जरूरी नहीं है। उन्हें इसके लिए अप्लाई नहीं करना होगा। उनका पुराना पैन कार्ड ही पहले की तरह काम करता रहेगा और सभी कार्यों के लिए यूज किया जा सकेगा। यदि कोई व्यक्ति अपने पैन कार्ड में कोई जानकारी अपडेट करवाता है, तो उन्हें PAN 2.0 जारी किया जाएगा। इसके लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।
पैन कार्ड का दुरुपयोग रोकेगा क्यूआर कोड
दरअसल, क्यूआर कोड पैन कार्ड के दुरुपयोग को भी रोकने में मदद करेगा। यदि आपके पास पहले से पैन कार्ड है, तो चिंता की बात नहीं है। आपका पहले की तरह पुराना कार्ड यूज कर सकते हैं। पर यदि आप अपने कार्ड में किसी भी तरह का चेंज करना चाहते हैं तो उसके बदले आपको नया डिजिटल PAN 2.0 कार्ड दिया जाएगा।
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