May 14, 2019, 6:39 PM IST
मध्य प्रदेश के छतरपुर में हरपालपुर नगर के मेनरोड सर्किट हाउस के सामने रहने वाले रामदास सोनी के बेटे रविन्द्र सोनी की मौत मुंह के कैंसर से मात्र 33 साल में हो गई।
रविन्द्र का इलाज उसके ससुराल वाले करा रहे थे। जिससे उसके पिता रामदास नाराज थे। बाद में मौत होने पर उन्होंने अपने सगे बेटे का शव स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
उसकी मौत सुबह पांच बजे हुई थी। लेकिन रामदास सोनी द्वारा सुबह 8:00 बजे तक अपने पुत्र का शव लेने नहीं पहुंचे तो नगर वासियों द्वारा सामूहिक रूप से इकट्ठा होकर लड़की पक्ष एवं स्वर्णकार समाज के लोगों द्वारा मृत रविंद्र के शव को ले जाकर रविंद्र के पुराने घर में ले गए लेकिन रविन्द्र का शव बहन अर्चना और पिता रामदास ने लेने से मना कर दिया और घर का दरवाजा भी बन्द कर लिया।
बाद में बेहद मुश्किल से रविंद्र का अंतिम संस्कार किया गया फिर भी निर्दयी पिता का दिल उसके नन्हे बच्चों पर नहीं पिघला और घर में रविंद्र की पत्नी एवं बच्चों को रखने को तैयार नहीं हो रहा है।