mynation_hindi

पारंपरिक तरीके से लगा रहे हैं बारिश का अंदाजा

Published : May 10, 2019, 04:29 PM ISTUpdated : May 10, 2019, 05:00 PM IST

राजस्थान में जैसे जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है। वैसे-वैसे आने वाला मानसून और बरसात कैसी होगी, इसका आंकलन परंपरागत तरीकों से लगाए जाने के प्रयोग भी शुरू हो गए हैं। ऐसा ही प्रयोग राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके बाड़मेर के एक गांव में लोग लगा रहे हैं।

राजस्थान में जैसे जैसे गर्मी बढ़ती जा रही है। वैसे-वैसे आने वाला मानसून और बरसात कैसी होगी, इसका आंकलन परंपरागत तरीकों से लगाए जाने के प्रयोग भी शुरू हो गए हैं। ऐसा ही प्रयोग राजस्थान के रेगिस्तानी इलाके बाड़मेर के एक गांव में लोग लगा रहे हैं। जिसमें कच्ची मिट्टी से बने अलग-अलग आकार के बर्तनों में पानी रखकर उनकी क्षमता को देखा जाता है।

माना जाता है कि जितने बड़े आकार के कच्चे बर्तन में जितनी देर पानी रुकेगा उतनी अच्छी बारिश होगी। आमतौर पर हर साल बारिश से पहले इस तरह के प्रयोग किए जाते हैं।

00:29दीयों और आकर्षक लाइटों से जगमगा उठा सरयू तट, कुछ ऐसा दिखा नजारा00:53सरयू के बीच राम मंदिर उद्घाटन का लाइव टेलीकास्ट03:11रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद शाम को भव्य सरयू आरती00:21विक्की-कैटरीना, रणबीर-आलिया भी पहुंचे अयोध्या राम मंदिर01:25राम मंदिर उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने संतों और अतिथियों को दिया धन्यवाद01:10पीएम मोदी ने राम मंदिर निर्माण से जुड़े श्रमिकों पर बरसाए फूल00:22राम मंदिर उद्घाटन पर पहुंचे महानायक अमिताभ बच्चन, अभिषेक भी साथ00:46बॉलीवुड क्वीन कंगना रौनत भी पहुंचीं अयोध्या, लगाए जयश्री राम के नारे 00:20राम मंदिर उद्घाटन पर पुष्पवर्षा में लाल हुई सरयू01:05राम मंदिर में शंखनाद के साथ जयश्री राम का घोष