दुर्लभ कल्प वृक्षों को बचाने की गुहार

May 13, 2019, 5:41 PM IST

मध्य प्रदेश के महोबा में दो जुड़वां दुर्लभ कल्प वृक्ष हैं। लेकिन इन दिनों यह बेहद मुश्किल में हैं। इसमें से एक पेड़ का तना लगभग ध्वस्त हो चुका है। यह दोनों पेड़ उचित रख-रखाव के अभाव में जो अपना अस्तित्व बचाने के लिए जूझ रहे हैं। दो हजार साल पुराने ये जुड़वां कल्प वृक्ष जनपद मुख्यालय से लगभग 25 किमी दूर ग्राम सिचौरा में स्थित हैं। इनको देखने महोबा से वैज्ञानिक व समाज सेवियों का एक दल सिचौरा पहुंचा और गांव वालों से बातचीत की।

उन्होंने बताया कि कल्प वृक्ष ओलिएसी कुल में आता है और ये वृक्ष भी उसी कुल के हैं। इनका वानस्पतिक नाम ओलिया कस्पीडाटा है। 

एक वृक्ष तो पूरी तरह ठीक है लेकिन दूसरे वृक्ष का मुख्य तना काफी क्षतिग्रस्त हो चुका है। अगर जल्दी उचित उपचार नहीं किया गया तो पहले वृक्ष को भी नुकसान हो सकता है।
देश में मात्र नौ से दस ही कल्प वृक्ष बचे हुए हैं। इनमें सबसे पुराना पेड़ यूपी के बाराबंकी के राम नगर क्षेत्र में है। जिसकी आयु 5 हजार साल से अधिक है।