मॉब लिंचिंग और पारंपरिक मीडिया की भूमिका

मॉब लिंचिंग और पारंपरिक मीडिया की भूमिका

Published : Jul 19, 2019, 11:30 PM IST

आज के ऐपिसोड में भारत और विदेशी मीडिय की भूमिका पर चर्चा की जाएगी कि आखिर वो कैसे मॉब लिंचिंग की रिपोर्टिंग कर रहे हैं. ऐसे में जरूरत है कि वो यह समझें कि जो जैसा है उसे वैसे ही रिपोर्ट करें.

भारत में पिछले कुछ वर्षों में मॉब लिंचिंग एक आम बात हो गई है. लेकिन सबसे चिंता की बात यह है कि इस तरह के नफरत से होने वाले अपराध के पीछे सोशल मीडिया में फैल रही फेक न्यूज का सबसे बड़ा हाथ होता है जिससे लोगों में डर और चिंता घर कर जाती है. लेकिन आम इंसान जो एक बहुत ही जरूरी चीज देखना भूल जाता है वो है हमारे देश की पारंपरिक मीडिया का रोल जो इस तरह के अपराधों में आग में घी डालने जैसा काम करत हैं.
आज के ऐपिसोड में भारत और विदेशी मीडिय की भूमिका पर चर्चा की जाएगी कि आखिर वो कैसे मॉब लिंचिंग की रिपोर्टिंग कर रहे हैं. ऐसे में जरूरत है कि वो यह समझें कि जो जैसा है उसे वैसे ही रिपोर्ट करें.

00:29दीयों और आकर्षक लाइटों से जगमगा उठा सरयू तट, कुछ ऐसा दिखा नजारा
00:53सरयू के बीच राम मंदिर उद्घाटन का लाइव टेलीकास्ट
03:11रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद शाम को भव्य सरयू आरती
00:21विक्की-कैटरीना, रणबीर-आलिया भी पहुंचे अयोध्या राम मंदिर
01:25राम मंदिर उद्घाटन के बाद पीएम मोदी ने संतों और अतिथियों को दिया धन्यवाद
01:10पीएम मोदी ने राम मंदिर निर्माण से जुड़े श्रमिकों पर बरसाए फूल
00:22राम मंदिर उद्घाटन पर पहुंचे महानायक अमिताभ बच्चन, अभिषेक भी साथ
00:46बॉलीवुड क्वीन कंगना रौनत भी पहुंचीं अयोध्या, लगाए जयश्री राम के नारे
00:20राम मंदिर उद्घाटन पर पुष्पवर्षा में लाल हुई सरयू
01:05राम मंदिर में शंखनाद के साथ जयश्री राम का घोष