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हल्दी भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है और इसके स्वास्थ्य लाभ भी कई हैं। आयुर्वेद में इसे अमृत माना गया है जो शरीर की रक्षा करने में मदद करता है।
क्या आप जानते हैं कि आपकी हल्दी में मिलावट हो सकती है? जानिए कैसे करें इसकी घर बैठे जांच?
हल्दी में आम तौर पर मेटानिल येलो, सुआडन येलो, और लेड क्रोमेट जैसे खतरनाक रसायन मिलाए जाते हैं। ये रसायन आपकी सेहत के लिए गंभीर खतरे पैदा कर सकते हैं।
मेटानिल येलो से किडनी को नुकसान, कैंसर का रिस्क, सुआडन रेड से डीएनए को नुकसान और कैंसर का रिस्क। लेड क्रोमेट से फेफड़ों को नुकसान।
एक गिलास गर्म पानी में 1 चम्मच हल्दी डालें। अगर हल्दी पाउडर पानी में घुलकर गहरे पीले रंग का हो जाए, तो यह नकली है। अगर पाउडर पानी के नीचे बैठ जाए, तो यह शुद्ध हल्दी है।
अपनी हथेली पर हल्दी रगड़ें और 10-20 सेकंड तक मालिश करें। अगर हल्दी शुद्ध है, तो यह आपके हाथ पर पीला दाग छोड़ देगी।
हल्दी पाउडर को प्लेट या चम्मच पर रखें। इसमें थोड़ा पानी और हाइड्रोक्लोरिक एसिड डालें। अगर मिश्रण में बुलबुले बनते हैं, तो हल्दी में चाक पाउडर मिला हुआ है।
हल्दी पाउडर को पानी में मिलाएं। अगर हल्दी जल्दी घुलकर रंगीन धारियां बनाती है, तो यह संकेत है कि इसमें लेड क्रोमेट है।
एक टेस्ट ट्यूब में हल्दी डालें और उसमें हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कुछ बूंदें डालें। अगर घोल गुलाबी हो जाता है, तो हल्दी में मेटानिल येलो मिलाया गया है।
शुद्ध हल्दी का रंग गहरे सुनहरे पीले रंग का होता है। अगर हल्दी का रंग फीका और हल्का पीला हो, तो यह मिलावटी हो सकती है।