फैटी लिवर के लिए पहली दवा: एल्कोहॉल का सेवन किए बिना ही कुछ लोगों को फैटी लिवर की समस्या छेलनी पड़ती है। इस समस्या से निपटने के लिए US Food and Drug Administration (FDA) ने गुरूवार सेवर टाइप नॉन एल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिसीज के लिए पहली दवा को मंजूरी दे दी है। 

क्लीनिकल टेस्ट में दिखा था लिवर के घाव में सुधार 

मैड्रिगल फार्मास्यूटिकल्स के रेज़डिफ्रा ने दवा की मंजुरी से पहले क्लीनिकल टेस्ट
 किए थे। इन टेस्ट में लिवर के घवों में सुधार देखने को मिला था। क्लीनिकल परिक्षण  में नॉन एल्कोहॉलिक स्टीटोहेपेटाइटिस (एनएएसएच) से जूझ रहे लोगों को शामिल किया गया था। सभी के लिवर में फैट जमा था और स्थिति बहुत खराब थी। 

दवा बनने के बाद फैटी लिवर के पेशेंट्स को मिलेगा फायदा

FDA के निकोले निकोलोव मानते हैं कि पहले एनएएसएच ( non-alcoholic steatohepatitis) पेशेंट के लिवर में होने वाले घाव के लिए कोई दवा इस्तेमाल नहीं की जाती थी। लेकिन अब लिवर डैमेज को ठीक करने के लिए नई दवा का मंजूरी एक उम्मीद की किरण है। इस दवा की मदद से पेशेंट्स एक ट्रीटमेंट ऑप्शन मिल जाएगा। 

रेजडिफ्रा दवा से लिवर के घावों में होगा सुधार 

लिवर के घावों को ठीक करने के लिए रेजडिफ्रा दवा कारगर है। इस बात की जानकारी 966 लोगों के 12 महीने में ली गई लिवर बायोप्सी से मिलती है।  रिपोर्ट में सभी लोगों के लिवर के घावों में सुधार देखा गया। 

रेजडिफ्रा दवा के हैं साधारण साइडइफेक्ट्स

लिवर के घावों को ठीक करने वाली दवा रेजडिफ्रा का सेवन करने से डायरिया या मतली की समस्या हो सकती है। अच्छी बात ये हैं कि इस दवा का सेवन करने से सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। इस दवा को 15 साल की रिचर्स के बाद मंजूरी मिली है। 

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