शिवम बुद्धिराजा की कहानी हर उस यूथ को इंस्पायर करती है, जो अपने सपनों को हकीकत में बदलना चाहते हैं। बचपन से ही शिवम को गाड़ियों का गहरा शौक था। हर कार शोरूम में जाना, वहां से ब्रोशर और कार कटआउट्स इकट्ठा करना और फिर उन कटआउट्स से दीवारों पर कोलाज बनाना उनकी हॉबी थी। भले ही शिवम मिडिल क्लास परिवार से थे, लेकिन उनके सपने किसी भी अमीर बच्चे से कम नहीं थे। 7 फरवरी 2017 वह तारीख है, जहां से उनकी लाइफ बदलनी शुरू हो गई। अब वह Team Car Delight के को-फाउंडर हैं। कारों के बारे में सोशल मीडिया पर लोगों को अवेयर कर करोड़ों का बिजनेस खड़ा कर लिया है। आइए जानते हैं कि उनकी सफलता की कहानी।

आइडेंटिफाई की हॉबी, सोचा ​इसके साथ करें क्या बिजनेस

दरअसल, शिवम को बचपन से ही कारों का क्रेज था। हर गाड़ी के शोरूम में जाते थे। उनकी वेबसाइट चेक करते थे। कॉलेज से घर वापस आते समय भी अगर कोई कार शोरूम बीच में मिल गया तो वहीं रूक गए। इस तरह उन्होंने अपनी हॉबी को आइडेंटिफाई किया और सोचा कि इसके साथ क्या बिजनेस किया जा सकता है?

अपनी पुरानी कार अपग्रेड करने को सोचा तो मिली राह

2017 की बात है, जब शिवम SGBT खालसा कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ रहे थे। उनके पास एक पुरानी सेंट्रो कार थी, जिससे वह रोज कॉलेज जाते थे। हालांकि उनके दोस्तों के पास महंगी और नई कारें थीं, शिवम ने सोचा कि क्यों न अपनी सेंट्रो को अपग्रेड किया जाए। वास्तव में उनकी जर्नी वहीं से शुरू हुई। यूट्यूब पर वीडियो देखें, आर्टिकल पढ़ें तो उन्हें महसूस हुआ कि मार्केट में बहुत गैप है। मिडिल क्लास के लोगों के लिए यूट्यूब पर कारों की सही और सटीक जानकारी उपलब्ध नहीं है, जो उन्हें सोशल मीडिया के जरिए घर बैठे दी जा सकती है। ताकि कोई उन्हें बेवकूफ न बना पाए।

पिता से मांगा एक साल का समय

वास्तव में शिवम को अपने पिता के बिजनेस में ही जाना था। पर अपनी हॉबी की वजह से उन्होंने आटोमाबाइल सेक्टर बेस्ड एक यूट्यूब चैनल शुरू करने का फैसला लिया। 2017 में कॉलेज के लास्ट ईयर में डैडी से मन की बात कही। मम्मी ने पूरा सपोर्ट किया। उन्हें ग्रेजुएशन के बाद एमबीए करना था। पिता से एक साल का समय मांगा कि यदि इस सेक्टर में कुछ नहीं कर पाया तो इस काम को सिर्फ पैशन के तौर पर रखूंगा। एमबीए पूरा करूंगा। शुरुआत में, हालात शिवम के खिलाफ थे। शोरूम के लोग उन्हें अंदर भी नहीं घुसने देते थे। कोई उन्हें नहीं पहचानता था, और उन्हें कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा था।

टीम कार डिलाइट की शुरूआत

लेकिन शिवम ने हार नहीं मानी। उन्होंने एक-एक करके हर कार मॉडल की जानकारी इकट्ठा की-उसकी विशेषताएं, कीमतें, और ऑन-रोड प्राइस जैसी डिटेल्स। यह सारी जानकारी उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल "टीम कार डिलाइट" पर शेयर करनी शुरू की। उनकी जानकारी इतनी सटीक थी कि धीरे-धीरे लोग उनके वीडियो देखने लगे।

1.4 मिलियन से ज्यादा सब्सक्राइबर्स

शिवम की मेहनत रंग लाने लगी। जो शोरूम कभी उन्हें अंदर नहीं आने देते थे, वही अब उन्हें खुद नए मॉडल्स के रिव्यूज के लिए इनवाइट करते हैं। उनकी जानकारी ने उन्हें यूट्यूब पर 1.4 मिलियन से भी ज्यादा सब्सक्राइबर्स दिलवाए। आज, शिवम एक सफल बिज़नेस चला रहे हैं और उनकी हॉबी ने उनको सफलता की चोटी पर बिठा दिया है।

शिवम के सक्सेस टिप्स

बिल्कुल ऑथेंटिक रहें, आप जैसे हो, वैसे ही प्रेजेंट करो, किसी की कॉपी मत करो।
व्यूवर्स के हिसाब से सही चीजें ही फॉलो करनी हैं।
हर कोई व्यूज के पीछे भागता है, ऐसा नहीं करना चाहिए।
व्यूवर्स के टाइम की वैल्यू समझो। वह आपके कंटेंट को टाइम दे रहा है। उसके समय की वैल्यू समझो।
उस टाइम की वैल्यू को देखते हुए कंटेंट दो।
हार्ड वर्क और कंसिस्टेंसी नहीं छोड़नी है। 

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