नई दिल्ली। चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद पूरी दुनिया ने भारत के 140 करोड़ नागरिकों और इसरो को बधाईयां, शुभकामनाएं दीं। भारत की प्रसिद्ध हस्तियों ने भी खुशियां जाहिर कीं और सोशल मीडिया पर इसरो के बधाई दी। वहीं कुछ नेताओं ने ऐसा बोल दिया कि वे मजाक बन गए। अब भी उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है। इन नेताओं में दो मुख्यमंत्री, एक राज्य के मंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री तक शामिल हैं। आइए जानते हैं किसने क्या कहा।

नीतीश कुमार और ममता बनर्जी ने क्या कहा
चंद्रयान के बारे में जब बिहार के मुख्यमंत्री से सवाल किया गया तो पहले उन्हें कुछ समझ नहीं आया फिर पास खड़े सज्जन ने कान में कुछ कहा तो वे बोले- जो हो रहा है, वह अच्छा हो रहा है, होना चाहिए। नीतीश तो किसी तरह से खुद को सेफ कर ले गए लेकिन पश्चिम बंगाल की चीफ मिनिस्टर ममता बनर्जी ने तो भारत के पहले एस्ट्रोनॉट राकेश शर्मा को राकेश रौशन बता दिया। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष पर जाने के बाद तत्कालीन प्राइम मिनिस्टर इंदिरा गांधी ने राकेश रौशन से पूछा कि भारत कैसा दिख रहा है तो राकेश रौशन ने कहा कि सारे जहां से अच्छा, हिंदोस्तां हमारा। यानि ममता बनर्जी ने रितिक रौशन के पिता राकेश रौशन को ही पहला भारतीय एस्ट्रोनॉट बता दिया।

तेज प्रताप यादव व अशोक चंदाना ने क्या कहा
बिहार के मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने तो गजब ढा दिया। उन्होंने चंद्रयान के सवाल पर जवाब दिया कि चंद्रयान तो अंतरिक्ष पर मौसम की जानकारी लेगा और दूसरे ग्रहों की खोज करेगा। लगे हाथ तेज प्रताप ने वैज्ञानिकों को बधाई जरूर दी। वहीं, राजस्थान के मंत्री अशोक चंदाना तो और आगे निकल गए और उन्होंने चंद्रयान के साथ गए यात्रियों को शुभकामनाएं दे डाली। चंदना ने कहा कि मैं चंद्रयान के यात्रियों को बहुत बधाई देता हूं। 

राजीव शुक्ला और दिग्विजय सिंह ने क्या कहा
पूर्व कैबिनेट मंत्री और कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला अपने उस बयान पर ट्रोल हो रहें हैं, जो उन्होंने दिया। दरअसल, शुक्ला ने चंद्रयान की लैंडिंग को चंद्रयान की लांचिंग बता दिया। अब ट्रोल हो रहे हैं कि उन्हें लैंडिंग और लांचिंग का फर्क नहीं पता है। कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह तो अगल ही मुद्दा लेकर बैठ गए। एक तरफ देश चंद्रयान की खुशी मना रहा था, दूसरी तरफ दिग्गी राजा ने कहा दिया कि इसरो के वैज्ञानिकों को 17 महीने से सैलरी ही नहीं मिली है। अब लोग कह रहे हैं कि वाह दिग्गी राजा आप तो झूठों के महारथी निकले।

कब शुरू हुआ चंद्रयान-3 मिशन
चंद्रयान-3 की लांचिंग श्री हरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 14 जुलाई 2023 को भारतीय समयानुसार दोपहर 2.35 बजे लांच किया गया। इससे पहले 11 जुलाई को 24 घंटे का रिहर्सल किया गया। लांचिंग के बाद 15 जुलाई को पहला ऑनबोर्ड थ्रस्टर्स फायर किया गया। 25 जुलाई को चंद्रयान की पहली ऑर्बिट बदली गई। 1 अगस्त को यह ट्रांसलूनर ऑर्बिट में स्थापित किया गया। 17 अगस्त को चंद्रयान 3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल को लैंडर से अलग किया गया। 20 अगस्त को डिबूस्टिंग के साथ स्पीड कंट्रोल की गई और 23 अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हुई।

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