नई दिल्ली: जेल में बंद आईएनएक्स मीडिया की सह संस्थापक इंद्राणी मुखर्जी ने गुरुवार को कहा कि 'यह अच्छी खबर है कि पूर्व वित मंत्री पी चिबंदरम को गिरफ्तार कर लिया गया।' उन्होंने मीडिया के सामने इससे ज्यादा कुछ नहीं कहा। लेकिन यह कहते हुए इंद्राणी मुखर्जी का चेहरा बिल्कुल भावहीन था। मीडिया उनके चेहरे पर जो प्रतिक्रिया देखना चाहता था, इंद्राणी ने उसे बेहद सफलता पूर्वक छिपा लिया। 

दरअसल चिदंबरम की गिरफ्तारी पर इंद्राणी की प्रतिक्रिया जानने की दिलचस्पी सबको इसलिए थी क्योंकि कुछ ही दिन पहले खुद का डाटा साइंटिस्ट बताने वाले गौरव प्रधान ने इंद्राणी मुखर्जी के हवाले से बेहद सनसनीखेज दावा किया था। 


गौरव प्रधान ने दावा किया कि इंद्राणी मुखर्जी ने जांच एजेंसियों के सामने यह बयान दिया है कि पी चिदंबरम ने उनका शारीरिक शोषण भी किया था और उनसे कुछ महिला टीवी प्रेजेंटरों को भेजने की मांग की थी। गौरव प्रधान के मुताबिक शीना बोरा की हत्या के मामले में जेल में बंद इंद्राणी मुखर्जी ने अपने बयान में कहा है कि उन्होंने पी चिदंबरम की सारी मांगों को माना क्योंकि उनके ऊपर 300 करोड़ रुपये आयकर जुर्माना लगा था। 

गौरव प्रधान ने दूसरे ट्वीट में कहा कि इंद्राणी मुखर्जी ने जांच एजेंसियों को ये भी बताया है कि एम के वेणु ने इंद्राणी मुखर्जी और पीटर मुखर्जी की पी चिदंबरम से मीटिंग फिक्स करवाई थी। उन्होंने कहा कि जहां तक दो महिला एंकरों की बात है जिसे कथित तौर पर पी चिदंबरम ने मांगा था वो एक म्यूजिक चैनल से थीं। 

बेटी शीना बोरा की हत्या मामले में जेल की सजा काट रही इंद्राणी मुखर्जी ने साल 2007 में अपने तीसरे पति पति पीटर मुखर्जी के साथ मिलकर आईएनएक्स मीडिया नाम से कंपनी की शुरूआत की थी जिसमें वो सीईओ थी। गौरव प्रधान के मुताबिक आईएनएक्स मीडिया कंपनी में पैसों के हेरफेर के मामले में ही पूछताछ के दौरान ही इंद्राणी मुखर्जी ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को लेकर ये सब बातें जांच एजेंसियों को बताई हैं। 

इसके बाद राज्यसभा सांसद अमर सिंह ने यह कहकर सनसनी फैला दी कि एक बड़ी कंपनी के मालिक धूत कौन सी सुविधा का इस्तेमाल करके चिदंबरम जी को पटाते थे, यह कहते हुए भी शर्म आती है। उन्होंने भी साफ तौर पर चिदंबरम की चारित्रिक कमजोरियों की तरफ इशारा किया है। 

अमर सिंह ने शायद किसी अस्पताल के बिस्तर से यह वीडियो शूट किया है। उन्होंने साफ तौर पर दावा किया है कि उनके पास चिदंबरम की सारी कारगुजारियों के सबूत मौजूद हैं। 

शायद राहुल गांधी को इस बात का एहसास था कि गिरफ्तारी के बाद अब लोगों के निशाने पर चिदंबरम का चरित्र होगा। इसलिए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने अब से कोई 8 दिन पहले यानी 21 अगस्त को ही ट्विट करके बता दिया था कि चिदंबरम के चरित्र हनन की बारी आएगी। उन्होंने चरित्र हनन के लिए अंग्रेजी में character assasination शब्द का इस्तेमाल किया था।

 

दरअसल पी. चिदंबरम के आर्थिक घोटालों के संबंध में कई बातें चल रही थीं। उनकी संपत्तियों की लिस्ट, सत्ता के इस्तेमाल आदि के बारे में कई खबरें मीडिया में आ रही थीं। लेकिन पिछले तीन दिनों में उनकी चारित्रिक कमजोरियों के बारे में कई लोगों ने बोलना शुरु किया है। हो सकता है कि आने वाले समय में चिदंबरम के चरित्र के बारे में और अधिक खुलासे हों।