साल 2019 में एक के बाद एक हो रहे जंगी विमानों के हादसों ने वायुसेना की चिंता बढ़ा दी है। रविवार सुबह राजस्थान के जोधपुर में वायुसेना का मिग 27 यूपीजी (अपग्रेडेड) विमान हादसे का शिकार हो गया। राजस्थान के सिरोही जिले के गोंडाना में इस लड़ाकू विमान का मलबा गिरा।

भारतीय वायुसेना की ओर से जारी बयान में बताया गया कि रविवार सुबह करीब 11.45 बजे एक मिग -27 यूपीजी विमान उटारलाई वायु सेना बेस से उड़ा था। यह तकनीकी समस्या के कारण जोधपुर से लगभग 120 किलोमीटर दक्षिण में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। पायलट को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। प्रारंभिक रिपोर्ट में किसी नुकसान की खबर नहीं है। घटना की कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी के आदेश दे दिए गए हैं। 

इससे पहले राजस्थान के बीकानेर जिले में वायुसेना का एक लड़ाकू विमान मिग-21 दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। तब पायलट ने समय पर कूदकर अपनी जान बचा ली थी। 

वायुसेना  ने फरवरी के महीने में अपने छह एयरक्रॉफ्टों को खोया है। इनमें उसे आठ अधिकारियों की जान भी गंवानी पड़ी है। इसमें 27 फरवरी को जम्मू—श्मीर के बड़गाम में एमआई-17 हेलीकॉप्टर हादसे में मारे गए वायुसेना के छह अधिकारी भी शामिल हैं। इस अवधि में उसके दो लड़ाकू विमान भी नष्ट हो गए। पाकिस्तान के बालाकोट में हुई हवाई कार्रवाई के बाद पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय वायुसीमा का उल्लंघन किया था। इसे लेकर की गई जवाबी कार्रवाई के दौरान विंग कमांडर अभिनंदन ने अपने मिग 21 बाइसन से पाकिस्तान के एफ-16 विमान को मार गिराया था। हालांकि इस लड़ाई के दौरान उनका  मिग-21 बाइसन भी क्षतिग्रस्त हो गया था। विंग कमांडर अभिनंदन खुद पीओके में गिरे थे, हालांकि भारत ने कूटनीतिक दबाव बनाने हुए दो दिन बाद ही उन्हें पाकिस्तान की कैद से आजाद करवा लिया। 

वायुसेना को पिछले तीन महीने में नौ एयरक्रॉफ्ट खोने पड़े हैं। जहां तक वित्तीय वर्ष की बात है तो भारतीय वायुसेना के लिए यह सबसे महंगा साबित हो रहा है। इस वित्तीय वर्ष में वायुसेना ने 17 विमान खोए हैं। इनमें लड़ाकू विमान, हेलीकॉप्टर और ट्रेनर शामिल हैं।