नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 20 अप्रैल तक सभी राज्य कोरोनोवायरस से प्रभाव वालें हिस्सों को तीन जोन में विभाजित करेंगे। मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि प्रत्येक जिले से संक्रमण की संख्या के आधार पर, उन्हें 'हॉटस्पॉट' क्षेत्रों, 'गैर-हॉटस्पॉट' क्षेत्रों और 'गैर-प्रभावित' में वर्गीकृत किया जाएगा।


अगले कुछ दिनों में 700 से अधिक भारतीय जिलों में स्वास्थ्य मापदंडों पर पूरी तरह से जांच किए जाने की उम्मीद है, क्योंकि वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सरकार ने रणनीति तैयार की है। अब तक एक सौ सत्तर जिलों को 'हॉटस्पॉट' के रूप में रखा गया है, जबकि 207 को 'गैर-हॉटस्पॉट' जिलों में रखा गया है। हॉटस्पाट में कोरोना संक्रमण के सबसे ज्यादा मामले हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर इन क्षेत्रों में उभर रहे संक्रमण से निपटने के लिए एक नियंत्रण और क्लस्टर रणनीति बनाई है।

उन्होंने कहा कि 'हॉटस्पॉट' क्षेत्रों में निवासियों की मैपिंग करने के लिए विशेष टीमों को तैनात किया गया है। अग्रवाल ने 'गैर-हॉटस्पॉट' क्षेत्रों को परिभाषित किया, जिसके मुताबिक कोरोनावायरस संक्रमणों के कुछ मा्मले हैं लेकिन भविष्य में ये इलाके "संभावित हॉटस्पॉट" के रूप में उभर सकते हैं। इसके अलावा तीसरी श्रेणी में 'गैर-प्रभावित' या 'ग्रीन ज़ोन' को रखा गया है जहां अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया है।


प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 मई तक राष्ट्रीय तालाबंदी की घोषणा करने के एक दिन बाद मंत्रालय द्वारा वायरस के प्रसार से निपटने के लिए राष्ट्रव्यापी रणनीति का खुलासा किया था। भारत  में अभी तक कुल 11,439 कोरोनावायरस के मामले दर्ज किए गए हैं वहीं 377 मौतें हुईं है।