अमेरिका को डर है कि ईरान उसपर हमला कर सकता है। हालात इतने बिगड़ गए हैं कि पेंटागन ने जंग की तैयारी शुरु कर दी है। उसने मध्य पूर्व में कई तरह के एडवांस हथियार और युद्धपोत की तैनाती का फैसला किया है। अमेरिका की यह कार्रवाई संकेत दे रही है कि दुनिया एक बार फिर से जंग के मुहाने पर खड़ी है।   

नई दिल्ली : अमेरिका ने ईरान के खिलाफ जंग की तैयारी शुरु कर दी है। अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने जानकारी दी है कि ‘अमेरिका के खिलाफ ईरान के संभावित ऑपरेशन से बचने के लिए तैयारियां शुरु कर दी गई हैं। वह ईरानी सेना और सरकार की गतिविधियों पर करीब से नजर बनाए हुए है। साथ ही कहा कि अमेरिका ईरान से टकराव नहीं चाहता है लेकिन वह अपने हितों की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है।’ 

अमेरिका ने मध्य पूर्व में ‘पैट्रियट एयर डिफेंस’ मिसाइल सिस्टम तैनाती करने का फैसला किया है। अमेरिकी रक्षा विभाग के सूत्रों के मुताबिक यूएसएस आर्लिंगटन युद्धपोत के साथ पैट्रियट मिसाइल सिस्टम को तैनात किया जा रहा है। जो कि मध्यपूर्व क्षेत्र में पहले से तैनात यूएसएस अब्राहम लिंकन कैरियर स्ट्राइक समूह और ए बी-52 बमवर्षक के साथ मौजूद रहेगा। 

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उधर इजरायल ने भी बयान दिया है कि उसे ईरान की तरफ से हमले का अंदेशा है। 

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ईरान की तरफ से इसी खतरे को देखते हुए अमेरिका ने मध्य पूर्व में एंटी मिसाइल पैट्रियट मिसाइल सिस्टम की तैनाती का फैसला किया है।
ईरान के साथ अमेरिका और इजरायल के मतभेद लगातार बढ़ते जा रहे हैं। बुधवार यानी आठ मई को ईरान ने धमकी दी थी कि अगर यूरोप, चीन, रूस दो महीनों के भीतर प्रतिबंध ढीले नहीं करते तो वह अपने यूरेनियम के भंडार को और बढ़ाएगा। 

इसके पहले अमेरिकी सेंट्रल कमांड के जनरल केनिथ मैकिंजी ने ईरान सरकार के आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप लगाए थे।

समस्या इतनी गंभीर है कि ईरान ने अमेरिका की तरफ से बढ़ते तनाव को देखते हुए अपने नागरिकों को जंग के लिए तैयार रहने का संदेश दिया है। 

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले साल ईरान के साथ 2015 में हुई परमाणु संधि से खुद को अलग कर लिया था। इसके अलावा ईरान के तेल निर्यात को खत्म करने के लिए कई प्रतिबंध लगा दिए गए। यही नहीं ईरान के रेवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स को आतंकवादी समूह भी घोषित कर दिया गया।

मध्य पूर्व में ईरान और अमेरिका के बीच गहराते इसी तनाव की वजह से दुनिया पर जंग का खतरा मंडराने लगा है।