प्रदेश में चल रहे गुर्जर आक्षण पर आज अशोक गहलोत सरकार बड़ा फैसला ले सकती है। आरक्षण के कारण राज्य के ज्यादातर जिले प्रभावित हुए हैं। ऐसा माना जा रहा है कि दिन प्रतिदिन उग्र हो रहे आरक्षण आंदोलन के मद्देनजर सरकार विधानसभा में बड़ा फैसला कर सकती है। अब इस आरक्षण की आग पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी फैलने लगी है।

पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर मंगलवार को पांचवें दिन भी गुर्जर प्रदेश में पटरियों और सड़कों पर जमे रहे। वहीं दूसरी तरफ राज्य सरकार आंदोलन के हल के लिए मंगलवार को दिनभर बैठकें करती रही। लेकिन बैठकें बेनतीजा रही। माना जा रहा है कि गुर्जर आरक्षण को लेकर सरकार आज विधानसभा में बड़ा ऐलान कर सकती है। आज गहलोत सरकार 10 फीसदी सवर्ण आरक्षण के साथ 5 प्रतिशत गुर्जर आरक्षण पर फैसला ले सकती है। मंगलवार को ही सरकार के वार्ताकार आईएएस अफसर नीरज के. पवन ने सवाईमाधोपुर में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला से मुलाकात की।

सवर्ण आरक्षण का कानून केंद्र सरकार पहले ही पारित कर चुकी है लेकिन प्रदेश सरकार ने इसे अब तक यहां लागू नहीं किया है। सरकार सवर्णों के साथ गुर्जरों को 5 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रस्ताव तैयार कर केंद्र के पाले में गेंद डाल सकती है। राजस्थान में पांच दिन दिन से चल रहे गुर्जर आरक्षण उग्र हो गया है। पांच फीसदी आरक्षण को लेकर गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला और उनके समर्थक लगातार पांचवे तीन दिन से रेल की पटरियों पर कब्जा कर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जिसके कारण कई ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है और कई ट्रेनों के मार्ग बदल दिए गए हैं। राज्य के सवाई माधोपुर जिले के रेलवे ट्रैक पर आंदोलनकारी बैठे हुए हैं।

जिसकी वजह से ट्रेनों को रद्द करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। केवल रेलवे ही नहीं सड़कें भी आंदोलन की वजह से प्रभावित हैं। गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला और उनके समर्थक लगातार पांचवें दिन आरक्षण की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सवाईमाधोपुर से शुरू हुआ ये आंदोलन अब राज्य के अन्य शहरों में फैल रहा है। गुर्जरों ने सवाईमाधोपुर के मलारना और नीमोदा रेलवे स्टेशन के बीच ट्रैक जाम कर दिया है। इससे दिल्ली और मुंबई के बीच ट्रेनों की आवाजाही बंद हो गई है।  अब आरक्षण की आग पश्चिम उत्तर प्रदेश में फैसले की आशंका है। गौरतलब है कि पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी गुर्जर समुदाय की काफी संख्या है।