2019 के लोकसभा चुनावों से पहले एक बड़ा संकेत देते हुए हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि भाजपा गठबंधन करने के लिए तैयार है और वह अपने पुराने मित्रों के साथ दोस्ती निभाते हुए चलती है।

इसी के साथ उन्होंने इस बात के संकेत दे दिए कि भाजपा लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तमिलनाडु में एनडीए को मजबूत करना चाहती है। तमिलनाडु में पांच जिलों के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बातचीत में उन्होंने नब्बे के दशक में पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शुरू की गई ‘सफल गठबंधन राजनीति’ को याद किया और कहा कि भाजपा के दरवाजे ‘हमेशा खुले हैं।’ 

उन्होंने कहा, ‘बीस साल पहले दूरदर्शी नेता अटलजी भारतीय राजनीति में नई संस्कृति लाए थे जो कि सफल गठबंधन राजनीति की संस्कृति थी। उन्होंने क्षेत्रीय आकांक्षाओं को सर्वाधिक महत्व दिया...अटलजी ने जो रास्ता हमें दिखाया था भाजपा उसी पर चल रही है।’ 

मोदी एक कार्यकर्ता के इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या भाजपा अन्नाद्रमुक, द्रमुक या रजनीकांत के साथ गठबंधन करेगी। रजनीकांत ने अभी अपना राजनीतिक दल नहीं बनाया है। 

क्षेत्रीय दलों के साथ ‘अच्छा व्यवहार ना करने’ के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘अटलजी ने जो किया वह कांग्रेस के ठीक विपरीत है जिसने कभी क्षेत्रीय आकांक्षाओं की परवाह नहीं की।’

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने क्षेत्रीय राजनीतिक दलों, महत्वाकांक्षाओं और लोगों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया क्योंकि उन्हें लगता है कि केवल उनके पास ही सत्ता में होने का अधिकार है।’ 

भारतीय जनता पार्टी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में तमिलनाडु में पीएमके, एमडीएमके समेत छोटे-छोटे क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन किया था और 39 में से दो सीटों पर जीत दर्ज की थी जिसमें से एक सीट पार्टी ने और दूसरी पीएमके ने जीती थी।