कानपुर। उत्तर प्रदेश में पुलिसकर्मियों में भारी तनाव देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को ही दो पुलिसकर्मियों ने आत्महत्या की। वहीं आज उत्तर प्रदेश में उन्नाव के गंगाघाट क्षेत्र में पुलिस कांस्टेबल ने चलती ट्रेन से गंगा में छलांग लगाकर आत्महत्या करने कोशिश की। फिलहाल कांस्टेबल को बचा लिया गया है।

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस कांस्टेबेल अभय सिंह कानपुर में तैनात है और वह कानपुर से लखनऊ के बक्शी का तालाब स्थित अपने घर जा रहा था। वह फोन में बात करते हुए ट्रेन के दरवाजे पर पहुंचा और बात करते ही चलती ट्रेन से गंगा में कूद गया। वहां पर मौजूद लोग भी उसके इस कदम से चौंक गए। लेकिन उस वक्त गंगा नदी में मल्लाह थे और उन्होंने डूब रहे अभय सिंह को बचाया और तब तक अन्य यात्री पुलिस को सूचना दे चुके थे। इसके बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उसकी स्थिति अभी नाजुक बनी हुई है।

पुलिस के मुताबिक अभय सिंह कानपुर की पुलिस लाइन में तैनात है और उसने चलती ट्रेन में गंगा पुल से छलांग लगा दी। हालांकि जब यात्रियों ने हल्ला मचाया तो गंगा नदी में मौजूद मल्लाहों की नजर उस पर गई और वह तुरंत अभय सिंह को बचाने भागे और डूबते हुये सिपाही को नदी से बाहर निकाल लिया।

अभय सिंह मेमू पैसेंजर ट्रेन सो कानपुर से अपने लखनऊ स्थित आवास जा रहा था। रेल यात्रियों के मुताबिक मोबाइल फोन पर बात करते हुये सिपाही ट्रेन के दरवाजे पर खड़ा हो गया और गंगा पुल आते ही उसने नदी में छलांग लगा दी। सिपाही को अचेतावस्था में कानपुर के उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बतायी गयी है।

इस मामले में कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनंत देव ने बताया कि पुलिस लाइन में तैनात सिपाही ने पांच दिनों की छुट्टी लेकर अपने घर लखनऊ नऊ स्थित बख्शी का तालाब जा रहा था। वहीं अभय सिंह के भाई विनय कुमार सिंह चौहान के अनुसार सिपाही की दो वर्ष पूर्व शादी हुई लेकिन थी लेकिन दोनों के बीच अकसर झगड़ा होता था। जिसके कारण वह तनाव में था।