नई दिल्ली। खरतरनाक और जानसेवा कोरोना वायरस ने दुनिया के बाजारों में अब तेजी से कहर ढाना शुरू कर दिया है। कोरोना के कारण न केवल भारत बल्कि  दुनिया के बाजारों शेयर बाजारों में हाहाकार मचा हुआ है। कोरोना  के कारण जहां हजारों लोगों की जान जा चुकी हैं वहीं कोरोना के कारण हजारों लोग शेयर बाजार में कंगाल हो चुके हैं। कोरोना का असर अब अमेरिकी बाजार में देखने को मिल रहा है और महज एक महीने में अमेरिकी शेयर मार्केट 2008 के बाद सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है।

वहीं भारतीय शेयर बाजार का भी हाल काफी खराब है। कोरोना के असर के कारण आज शेयर बाजार खुलते ही सेंसेक्स 1000 अंक नीचे गिरा जबकि निफ्टी में भी 251.30 अंक की गिरावट देखने को मिली है। आज शेयर बाजार में गिरावट के बाद वह 38,661.81 अंकों पर पर आ गया।  जबकि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लाल निशान पर कारोबार कर रहे हैं। जबकि निफ्टी 50 में सभी शेयर लाल निशान में चल रहे हैं।

यही नहीं बाजार में रुपये के मुकाबले डॉलर में मजबूती एक बार फिर देखने को मिल रही है। रुपये में भी भारी गिरावट के बाद डॉलर 71.93 के स्तर पर खुला। जबकि गुरुवार को ये 71.55 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। पिछले कई कारोबारी सत्रों में शेयर बाजार लाल निशान पर ही बंद हो रहा है। वहीं शेयर बाजारों में गिरावट का असर सोने के भाव में देखा जा रहा है। पीली धातु के दाम में लगातार इजाफा हो रहा है। इसके कारण आम लोगों की पहुंचे से सोना दूर हो रहा है।

विकास दर के कम अनुमान का खतरा

इस वित्तीय सत्र के तीसरे सत्र में विकास दर एक बार फिर नीचे आने का खतरा है। इस तिमाही में विकास दर पांच के स्तर में रहने की आशंका है। केन्द्र सरकार आज दिसंबर में समाप्त तिमाही के जीडीपी के आंकड़े जारी करेगी। इसका सबसे बड़ा कारण कोरोना वायरस है।