समुद्री चक्रवात 'फानी' से निपटने के लिए केंद्र व राज्य सरकारों की सभी एजेंसियां व संगठन युद्ध स्तर पर जुटे हैं। इस बीच, फानी की रफ्तार बढ़ गी है। आशंका है कि वह शुक्रवार को वह अपने पूर्व अनुमानित समय से करीब पांच घंटा पहले ही भारतीय तटों से टकरा जाएगा। इसे लेकर ताजा अलर्ट जारी कर दिया गया है।

ओडिशा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता संग्राम मोहपात्रा ने बताया कि फानी चक्रवात, जिसके शुक्रवार शाम 5:30 बजे तक भारतीय तट से टकराने की आशंका थी, अब दोपहर 12 बजे से दो बजे के बीच ही भारत में दस्तक दे देगा। राज्य के सभी कॉलेजों और व्यावसायिक गतिविधियों को बंद रखने की चेतावनी जारी की गई है।

इस बीच, मौसम विभाग के मुताबिक, फानी  ओडिशा में 3 मई को दस्तक देगा। इसे लेकर ओडिशा में 50 टीमों को अलर्ट पर रखा गया है। अब ओडिशा में राहत सामग्री के पैकेटों के वितरण के लिए भुवनेश्वर के रेड क्रॉस भवन में तैयारी चल रही है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, झारखंड, केरल, ओडिशा, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अपनी 81 बचाव एवं राहत टीमों को तैनात कर दिया है। भुवनेश्वर हवाई अड्डे से जाने वाली उड़ानों को 3 मई तक के लिए रद कर दिया गया है।

फानी चक्रवात के ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल को प्रभावित करने की संभावना है। एनडीआरएफ के प्रमुख एसएन प्रधान ने बताया कि ओडिशा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में लगभग 50 टीम पहले से ही तैनात है जबकि अन्य 31 टीमों को तैयार रखा गया है। ओडिशा में पुरी के आस-पास अत्याधुनिक साजो सामान से लैस 28 टीमों को तैनात किया गया है। इसी तरह आंध्र प्रदेश में 12 टीमों और पश्चिम बंगाल में छह टीमों को तैनात किया गया है। बाकी टीमों, जिनमें से प्रत्येक में लगभग 50 कर्मचारी शामिल हैं, उन्हें इन राज्यों में तैयार रखा गया है। 

प्रधान ने कहा कि ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर और पुरी में बचाव और राहत दल की गतिविधियों की निगरानी के लिए एक उप महानिरीक्षक (डीआईजी) और एक कमांडेंट-रैंक के अधिकारी को भी काम सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि टीमें अतिरिक्त नौकाओं, सैटेलाइट फोन, चिकित्सा उपकरणों, दवाओं, पिकअप वाहनों और अन्य गैजेट्स से लैस हैं।

बल ने यहां अपने मुख्यालय में चौबीसों घंटे संचालित होने वाला एक नियंत्रण कक्ष भी बनाया है और अधिकारियों की एक टीम भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और तीन राज्यों की आपदा प्रतिक्रिया इकाइयों के साथ लगातार संपर्क में है। तमिलनाडु और केरल में एनडीआरएफ टीमों को भी अलर्ट किया गया है।

पीएम मोदी ने लिया तैयारियों का जायजा

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक उच्च स्तरीय बैठक में फानी तूफान से निपटने के लिए की जा रही तैयारियों का जायजा लिया। पीएम मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे प्रभावित राज्यों के अधिकारियों से संपर्क बनाए रखें। तूफान से बचाव के सभी उपायों को सुनिश्चित करें और जरूरत के अनुसार प्रभावी कदम उठाएं।

इस बैठक में कैबिनेट सचिव, पीएम के प्रधान सचिव, पीएम के अतिरिक्त प्रधान सचिव, गृह सचिव और आईएमडी, एनडीआरएफ, एनडीएमए और पीएमओ आदि के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। 

कोस्ट गार्ड ने बचाव दल तैनात किए

ओडिशा में पुरी के तटीय इलाकों में लोगों को अलर्ट कर समुद्र में ना जाने को कहा गया है।  कोस्ट गार्ड के आईजी ने बताया कि हमने 8 बचाव दल, 4 विशाखापत्तनम और 4 चेन्नई में तैनात किए हैं। साथ ही राहत कार्य के लिए विशाखापत्तनम और चेन्नई में चेतक हैलीकॉप्टर भी तैनात कर दिए गए हैं।

एयरलाइंस कंपनियों से भी मदद का अनुरोध

नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने सभी एयरलाइंस कंपनियों से अनुरोध किया है कि वह फानी चक्रवात से निपटने और राहत व बचाव कार्य के लिए ज्यादा से ज्यादा मदद करें। चक्रवात से निपटने के लिए कंट्रोल रूम बना दिए गए हैं। प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री को एयरलिफ्ट कर वहां तैनात संबंधित एजेंसियों को सौंपना है। जरूरत पड़ने पर प्रभावित इलाकों से लोगों या राहत-बचाव कार्य में जुटी टीमों को एयरलिफ्ट भी करना पड़ सकता है। इसके लिए भी तैयारी की जा चुकी है।