अभिनेत्री और कांग्रेस सोशल मीडिया प्रमुख दिव्या स्पंदना उर्फ राम्या ने आधी रात को अपने मंड्या स्थित किराए के घर को खाली कर दिया है। उन्होंने इसकी कोई  साफ वजह नहीं बताई  है। 

राम्या ने 2013 में मंड्या में एक किराए का घर लिया था। उन्होंने कहा था कि वे यहां रहकर मंड्या के लोगों की सेवा करेगी। अंबरीश के बाद उन्हें जिले के अगले बड़े कांग्रेस नेता के रूप में देखा जा रहा था, लेकिन 2 दिसंबर की मध्यरात्रि में घर छोड़ने के बाद लोग अनुमान लगा रहे हैं कि राम्या ने मंड्या को स्थायी रूप से छोड़ दिया है।

कांग्रेस नेता और अभिनेता अंबरीश के अंतिम संस्कार के दौरान राम्या की अनुपस्थिति के कारण लोगों के बीच उनको लेकर गुस्सा है। हो सकता है कि इसी कारण उन्हें ऐसा करना पड़  रहा हो। हलांकि राम्या ने अपनी पैर की चोट के बारे में ट्वीट करके बताया था, लेकिन लोगों ने उनकी यह कहते हुए निंदा की, कि लोग अंबरीश को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए व्हीलचेयर तक से आए थे और राम्या पैर की चोट का बहाना बना रही हैं। 

अंतिम संस्कार में न पहुंचने के कारण उन्हें मंड्या के लोगों ने चेतावनी दी थी कि अगर अब वह मंड्या में प्रवेश करती है तो उन्हें लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है। 

घटना के तुरंत बाद राम्या ने मंड्या से दूर रहने का फैसला किया और दूबारा फिर कभी वहां नहीं जाने का फैसला लिया था, लेकिन राजनीतिक रूप से राम्या के वहां से बाहर निकलने का एक और संभावित कारण बताया जा रहा है। राम्या के मंड्या निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़कर जीतने का सपना, सपना ही रह गया जब कांग्रेस ने सरकार बनाने के लिए कर्नाटक में जेडी (एस) के साथ हाथ मिला लिया।

2014 के लोकसभा चुनावों में राम्या, मंड्या में जेडी (एस) नेता पुतारराजू से हार गई थीं। राम्या को मंड्या से सीट मिलने की संभावना बहुत कम थी।

हलांकि राम्या ने इस मामले पर प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन मंड्या से अपना घर खाली करना उनके इरादों को साफ साफ जाहिर करता है।