चुनाव आयोग रविवार शाम पांच बजे लोकसभा चुनाव 2019 की तारीखों का ऐलान करेगा। जम्मू-कश्मीर के साथ-साथ अन्य राज्यों में प्रस्तावित विधानसभा चुनावों की भी घोषणा की जा सकती है। आंध्र प्रदेश, सिक्किम, ओडिशा और अरुणाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान की उम्मीद की जा रही है। चुनाव कार्यक्रम के ऐलान के साथ ही देश में आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। सूत्रों की मानें तो लोकसभा चुनाव सात या उससे अधिक चरणों में हो सकते हैं।

मौजूदा लोकसभा का कार्यकाल तीन जून को समाप्त हो रहा है। चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद अगले सप्ताह पहले और दूसरे चरण के मतदान के लिए चुनाव पर्यवेक्षकों की बैठक होगी। सूत्रों के अनुसार पहले चरण के मतदान के लिए अधिसूचना मार्च के आखिर तक जारी हो सकती है और इसके लिए मतदान अप्रैल के पहले सप्ताह में होने की संभावना है। मई के तीसरे हफ्ते में मतगणना हो सकती है। जम्मू कश्मीर विधानसभा भंग हो चुकी है। हालांकि भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव के कारण राज्य में विधानसभा चुनावों के ऐलान को लेकर संशय है। 

इस चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुन: सत्ता में लौटने की कोशिश करेंगे, तो दूसरी ओर भाजपा के खिलाफ कई राजनीतिक दल एकजुट होकर पार्टी को फिर से सत्ता में आने से रोकने का प्रयास करेंगे। आचार संहिता लागू हो जाने के बाद सरकार नीतिगत निर्णय नहीं ले सकेगी।

साल 2014 में सोलहवीं लोकसभा के लिए सात अप्रैल से 12 मई के बीच नौ चरणों में मतदान कराया गया था। सभी 543 लोकसभा सीटों के लिए मतों की गिनती का काम 16 मई को हुआ था। 2014 में लोकसभा चुनावों के साथ ही आंध्र प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनाव भी कराए गए थे। इसके साथ ही 8 राज्यों में विधानसभा की 23 सीटों के उपचुनाव भी हुए थे।