देशभर की सड़कों पर दौड़ती कारों पर नजर डालें तो प्रत्येक दूसरी या तीसरी कार में एक चीज कॉमन नजर आती है। यह है कार की विंडशील्ड पर लगा हनुमान का चित्र। इसे तैयार करने वाले कलाकार करन आचार्य  ने अब भगवान राम का चित्र तैयार किया है। यह आते ही काफी लोकप्रिय हो रहा है। 

हालांकि भगवान राम का यह चित्र देखने में हनुमान की तरह आक्रामक नहीं लगता लेकिन इसकी पृष्ठभूमि में दिए गए रंग इसे प्रभावी बनाते हैं। 

बंगलूरू स्थित कलाकार आचार्य ने विराट राम के दो चित्र तैयार किए हैं। इनमें से एक में भगवान राम की छवि लाल रंग की पृष्ठभूमि में प्रभावी ढंग से उभरती नजर आती है। दूसरे चित्र में इस भगवा रंग के साथ पेश किया गया है। यह हनुमान के आक्रामक स्वरूप की जगह भगवान राम के शांत और मजबूत छवि को अभिव्यक्त करता है। 

खास बात यह है कि आचार्य ने हनुमान को गणेश चतुर्थी के अवसर पर डिजाइन किया था। वहीं भगवान राम के चित्र को वह ऐसे समय सामने आए हैं जब केरल में माकपा सरकार 'रामायण मासम' मना रही है। 'माय नेशन' के एक्सक्लूसिव बातचीत में करन आचार्य ने कहा, 'मैंने इस तस्वीर को एक महीने पहले ही तैयार कर लिया था। लेकिन इसे जारी करने के लिए सही वक्त का इंतजार कर रहा था। अब जबकि रामायण का महीना चर्चा में है, यह मेरी तरफ से सभी को शुभकामनाएं देने जैसा है।' 

28 साल के आचार्य राजा रवि वर्मा के काम से प्रभावित हैं। यही वजह है कि उनके काम में महाभारत, रामायण और दूसरे पौराणिक चरित्रों का प्रभाव साफ नजर आता है। 

आचार्य की पहली तस्वीर विराट हनुमान ने जारी होने के कुछ समय में ही जबरदस्त लोकप्रियता अर्जित की। केरल के कासरगोड के कुडली गांव में जन्मे आचार्य ने सबसे पहले अपने दोस्तों की मांग पर वेक्टर शैली का ग्राफिक तैयार किया था। ये लोग गणेश चतुर्थी पर निकलने वाले जुलूस में अपने झंडे पर ओम के अलावा कुछ और भी बनवाना चाहते थे। इसके बाद करन ने उन्हें अपना हनुमान का चित्र दिखाया। इसके बाद सबकुछ इतिहास है। अब बड़ा सवाल यह है कि क्या राम का यह चित्र विराट हनुमान की तरह लोकप्रिय हो पाएगा? जवाब तो वक्त के साथ ही मिलेगा।