उत्तर केरल और इडुक्की जिला बारिश की मार से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। बारिश, बाढ़ और भूस्खलन से राज्य में 26 लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने हालात को काफी विकट करार दिया है। इडुक्की, कोझिकोड, वायनाड और मलप्पुरम जिले के प्रभावित इलाकों में राहत अभियान में प्रशासन का सहयोग करने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रया बल को तैनात किया गया है। उधर व्यवसायिक नगरी कोच्चि में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कुछ देर के लिए विमानों की आवाजाही रोक दी गयी।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य में बिगड़े हालात को लेकर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से बातचीत की और प्रभावित लोगों के लिए सभी संभव सहायता की पेशकश की। पीएम ने ट्वीट किया कि, ‘‘केरल के मुख्यमंत्री श्री पिनराई विजयन से बातचीत की और राज्य के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ से उत्पन्न स्थिति पर चर्चा की। हमने प्रभावित लोगों के लिए सभी संभव सहायता की पेशकश की है। इस त्रासदी में हम केरल के लोगों के साथ खड़े हैं”।


कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने केरल में राहत एवं बचाव कार्य चलाने का निर्देश दिया है। कर्नाटक ने केरल को 10 करोड़ रुपये की मदद भी देने का एलान किया है। कर्नाटक राहतकर्मियों और डॉक्टरों की टीम भी केरल भेज रहा है। 

 


राज्य में कई नदियां उफान पर हैं इस वजह से राज्य के 24 बांधों को खोल दिया गया है। इडुक्की जलाशय से पानी छोड़े जाने से पहले रेड अलर्ट जारी किया गया. हालात खराब होने पर राज्य के इतिहास में पहली बार 24 बांधों को एक साथ तब खोला गया है।

 


केरल में विदेशी पर्यचकों की खासी आवाजाही रहती है ऐसे में अमेरिका ने एडवाइजरी जारी कर अपने नागरिकों से केरल की यात्रा से बचने को कहा है।