श्रीनगर। भारतीय सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में हिजबुल मुजाहिदीन के एक शीर्ष आतंकवादी को मुठभेड़ में मार गिराया है। हालांकि इस बीच उसका एक साथी भाग निकलने में सफल रहा। फिलहाल सुरक्षा बल सर्च  अभियान चलाए हुए हैं। एक हफ्ते के दौरान ये तीसरा एनकाउंटर है। जिसमें सुरक्षा बलों ने आतंकी को मार  गिराया है। 

जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में बुधवार को सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान हिजबुल मुजाहिदीन के एक शीर्ष आतंकवादी हारून वानी को मार गिराया। हारून ए++कैटेगरी का आतंकी थी। हालांकि सुरक्षा बलों की मुठभेड़ में हारून का एक आतंकी साथी मौके का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा है। सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके में सर्च अभियान चला रखा है और माना जा रहा है कि जल्द ही वह भी सुरक्षा बलों की गिरफ्त में होगा या फिर मारा जाएगा।

सुरक्षा बलों को जानकारी मिली थी कि डोडा जिले के गोंडाना इलाके में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं और इसके बाद सेना और पुलिस के जवानों की संयुक्त टीम बनाई गई। इस इलाके के छानबीन के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग कर दी। वहीं सुरक्षा बलों ने पहले आतंकियों से आत्मसमर्पण करने को कहा। हालांकि आतंकियों ने फायरिंग जारी रखी। इसके बाद सुरक्षा बलों की जवाबी फायरिंग में हारून वानी मारा गया। 

हिजबुल का जिला कमांडर था हारून

डोडा-किश्तवाड़-रामबन रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक सुजीत कुमार ने बताया कि हारून हिजबुल का जिला कमांडर था और वह ए ++ श्रेणी का आतंकवादी था। हारून गट्टा इलाके का रहने वाला था। मुठभेड़ में सुरक्षा बलों को एक एके-47 राइफल, तीन मैगजीन, 73 कारतूस, एक चीनी ग्रेनेड और एक रेडियो सेट मिले हैं। हारून इंजीनियर गुलाम अब्बास वानी का पुत्र है और वह उच्च शिक्षा प्राप्त है। उसने एमबीए किया था और कुछ समय उसने नौकरी भी की थी। हालांकि वह उस वक्त सुर्खियों में आया था जब उसकी एके-47 राइफल के साथ तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी।