नई दिल्ली। कोरोनावाइरस से गंभीर बीमारी की माहमारी को झेल रहे चीन को भारत ने बड़ा दिल दिखाया है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पत्र लिखकर मदद की पेशकश की है। उन्होंने लिखा है कि भारत इस  माहमारी से निपटने के लिए चीन का हर स्थिति में साथ देगा और उन्होंने चीन में इस बीमारी से मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं भी व्यक्त की।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कोरोनोवायरस के प्रकोप से निपटने के लिए चीन मदद की पेशकश की है। अभी तक चीन में 800 से अधिक लोगों की मौत इस वायरस के कारण हो गई है। हालांकि भारत में अभी तक इस वायरस का प्रकोप देखने को नहीं मिला है। लेकिन तीन भारतीयों में इस वायरस ने प्रभावित किया है और ये तीनों केरल के रहने वालें हैं और उन्हें अस्पताल में रखा गया है। वहीं भारत ने चीन से अपने 647 लोगों को वहां से निकाल लिया है।

आज पीएम नरेन्द्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को एक पत्र लिखा है। उन्होंने चीन के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की और प्रकोप के कारण होने वाले नुकसान पर दुख जताया है। वहीं पीएम मोदी ने इस महीने के शुरूआत में हुबेई प्रांत से 647 भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने के लिए चीनी प्रशासन द्वारा सुविधा मुहैया कराने के लिए  शी जिनपिंग को धन्यवाद दिया।

 गौरतलब है कि 2002-03 में सार्स के वायरस के कारण 774 लोगों की मौत हो गई थी और अब चीन में कोरोनावायरस के कारण होने वाली मृत्यु का आंकड़ा 800 तक पहुंच गया है। फिलहाल चीन में ही कोरोनावायरस के कारण 37,198 लोग प्रभावित हुए हैं। भारत में चीन के वुहान से लौटने वाले तीन छात्रों के परीक्षण के बाद  उन्हें अस्पताल में जांच के लिए रखा गया है।

वहीं केरल सरकार ने अब इस, बीमारी के लिए की गई 'राज्य आपदा' के ऐलान को वापस लिया है। वहीं भारत सरकार ने वायरस को फैलने से रोकने के लिए चीन से लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब चीन से यात्रा करने वाले किसी भी विदेशी नागरिक के लिए वीजा मान्य नहीं होगा।