भोपाल। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार अब महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार की राह पर चलने जा रही है। प्रदेश में कमलनाथ अब मुस्लिमों को पांच फीसदी आरक्षण देने की तैयारी में है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में कमलनाथ ने मुस्लिमों को खुश करने के लिए कई अहम फैसले किए हैं। जिसको लेकर भाजपा का आरोप है कि कमलनाथ सरकार मुस्लिम तुष्टिकरण  कर रही है।

मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार अब राज्य में मुसलमानों को शिक्षा में पांच प्रतिशत आरक्षण देने की तैयारी में है। इसके लिए राज्य सरकार ने तैयारी शुरू कर दी हैं। क्योंकि महाराष्ट्र में शिवसेना सरकार ने मुस्लिमों को पांच फीसदी आरक्षण देने का ऐलान कर दिया है। जिसके बाद अब प्रदेश में भी आरक्षण देने की तैयारी है। अगर देखें तो पिछले कुछ दिनों  के दौरान राज्य में कमलनाथ सरकार ने मुस्लिमों को खुश करने के लिए कई अहम फैसले लिए हैं।

जिसके बाद ये साफ हो गया है कि राज्य सरकार मुस्लिम वोट बैंक को किसी भी हाल में नाराज नहीं करना चाहती है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में मुस्लिमों को आरक्षण देने की बात कही थी।  जिसके बाद कमलनाथ सरकार इसे राज्य में लागू करना चाहती है। अगर कमलनाथ सरकार राज्य में मुस्लिमों के लिए आरक्षण लागू करती है  तो मध्य प्रदेश दूसरा राज्य हो जाएगा जहां मुस्लिमों को शिक्षा में पांच  फीसदी आरक्षण मिलेगा।

 हालांकि भाजपा का कहना है कि कमलनाथ सरकार मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीती कर रही है। पिछले दिनों ही कमलनाथ सरकार ने मंदिरों की जमीन को बेचने का फैसला किया था। यही नहीं राज्य में रात छह बजे से लेकर सुबह छह बजे तक लाउडस्पीकर पर प्रतिबंध लगाया था। इसके साथ ही राज्य में सीएए को लागू के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव पारित  किया था।