केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग ने वेदपाठियों, पुजारियों, हक्क हकूकधारियों की मौजूदगी में केदारनाथ मंदिर के कपाट पर वैदिक परंपराओं के अनुसार पूजा अर्चना की और इसके बाद मुख्य कपाट को भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया गया। भारी बर्फबारी के बावजूद बड़ी संख्या में भक्त बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए आए हैं। कपाट खुलने के वक्त सेना की जम्मू-कश्मीर लाईट इंफेंटरी के बैंड की धुनें बजाई और भक्तों ने हर हर महादेव के जयकारे लगाए।
बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए आज छह महीने के बाद कपाट खोल दिए गए हैं। पूजा अर्चना के बाद कपाट खुलने से भक्तों का बाबा केदारनाथ का दर्शन करने का सिलसिला शुरू हो गया है और यह अगले छह महीने तक चलेगा। आज सुबह कपाट खुलने के साथ ही भक्तों ने हर हर महादेव के जयकारे के साथ दर्शन बाबा केदारनाथ के दर्शन किए।
आज सुबह 5 बजकर 35 मिनट पर भगवान केदारनाथ के कपाट भक्तों के लिए छह महीने के बाद खोल दिए गए। छह महीने तक कपाट बंद होने के बाद आज पूजा के साथ ही केदारनाथ के कपाट खुले। कपाट खुलने के साथ ही भक्तों ने पहला दर्शन किया। कपाट खुलने के वक्त हजारों की तादाद में भक्तों के साथ ही प्रशासनिक अफसर और देश-विदेश से आए कई भक्तगण भी मौजूद थे।
केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग ने वेदपाठियों, पुजारियों, हक्क हकूकधारियों की मौजूदगी में केदारनाथ मंदिर के कपाट पर वैदिक परंपराओं के अनुसार पूजा अर्चना की और इसके बाद मुख्य कपाट को भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया गया। भारी बर्फबारी के बावजूद बड़ी संख्या में भक्त बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए आए हैं। कपाट खुलने के वक्त सेना की जम्मू-कश्मीर लाईट इंफेंटरी के बैंड की धुनें बजाई और भक्तों ने हर हर महादेव के जयकारे लगाए।
जानकारी के मुताबिक ब्राह्मवेला से पहले मंदिर समिति ने केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तैयारियां पूरी कर ली थी। बाबा केदार की उत्सव डोली को मुख्य पुजारी केदार लिंग द्वारा भोग लगाने के साथ ही सुबह की पूजा की गयी और जिसके बाद डोली को सजाया गया। मंदिर समिति ने मंदिर को 15 कुंतल गेंदा और अन्य फूलों से सजाया गया और आने वाले छह महीनों तक भक्त बाबा केदारनाथ के दर्शन कर सकेंगे। आज केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद कल बद्रीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।
Last Updated May 9, 2019, 9:45 AM IST