कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अमेठी के साथ ही अब केरल के वायनाड सीट से भी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। राहुल गांधी के इस सीट से चुनाव लड़ने के बाद ये वीवीआईपी सीट हो गयी है। लेकिन अब इस सीट से राहुल के खिलाफ एनडीए की सहयोगी पार्टी भारत धर्म सेना के अध्यक्ष तुषार वेल्लापल्ली चुनाव लड़ेंगे।

असल में तुषार चेल्लापल्ली के इस सीट से चुनाव लड़ने के फैसले के बाद अब यहां पर मुकाबल दिलचस्प हो गया है। हालांकि पहले तुषार को त्रिशूर से टिकट दिया गया था और वह इसकी तैयारी भी शुरू कर चुके थे। लेकिन राहुल गांधी के वायनाड के चुनाव लड़ने के फैसले के बाद तुषार को वायनाड से एनडीए का प्रत्याशी बनाया गया। तुषार की पार्टी भारत धर्म सेना राज्य की पांच लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है।

तुषार के इस सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद इस सीट पर मुकाबला दिलचस्प हो गया है। हालांकि पिछले दो लोकसभा चुनाव कांग्रेस ने जीता था। लेकिन 2009 की तुलना में 2014 में पार्टी का प्रदर्शन काफी खराब था। उधर इस सीट पर राहुल गांधी के चुनाव लड़ने के फैसले के बाद वाम दल भी नाराज हैं और उन्होंने राहुल गांधी को इस सीट पर हराने का फैसला किया है।

कौन हैं तुषार वेल्लापल्ली

तुषार वेल्लापल्ली भारत धर्म जनसेना (बीडीजेएस) के अध्यक्ष हैं और वह वायनाड सीट से लड़ेंगे। बीडीजेएस राज्य में हिंदू समुदाय का प्रतिनिधत्व करती है। फिलहाल उसनें राज्य में भाजपा के साथ गठबंधन किया है और वह एनडीए का सहयोगी दल है। तुषार को पहले त्रिशूर से टिकट दिया गया था और वह प्रचार भी शुरू कर चुके थे। राज्य में बीडीजेएस पार्टी का गठन 2015 में हुआ था। इसका गठन करने का मकसद राज्य में अल्पसंख्यक हो रहे हिंदूओं को एक मंच पर लाना था।

इस पार्टी के गठन के पीछे राज्य का शक्तिशाली संगठन श्री नारायण धर्म परिपालन योगम था। यह संगठन राज्य में सबसे ज्यादा आबादी वाले हिंदू ग्रुप- एझावा पिछड़ा समुदाय (करीब 20.9%) के कल्याण के लिए काम करता है। तुषार वेल्लापल्ली के पिता एसएनडीपी के महासचिव थे और वह केरल के प्रभावशाली लोगों में शुमार हैं।