नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी काला धन शोधन मामले में गिरफ्तार सुषेन मोहन गुप्ता के सामने बिठाकर कमलनाथ के भतीजे रतुल पुरी से पूछताछ करना चाहते हैं। 
प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों ने अदालत को इस बारे में जानकारी दी है। जिसके बाद अदालत ने ईडी द्वारा गिरफ्तार कथित रक्षा एजेंट सुषेन मोहन गुप्ता की रिमांड की अवधि को 8 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है। 

लेकिन सुषेन मोहन गुप्ता के वकील ने ईडी का यह कहत हुए विरोध किया कि जिस तरह से गुप्ता और खेतान को आमने सामने बैठाकर पूछताछ इससे ईडी की जांच पर शक पैदा होता है। 
पिछली सुनवाई के दौरान ईडी ने कोर्ट को बताया था कि गुप्ता का सामना मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भतीजे रतुल पूरी से कराया जाना है। 

ईडी लगातार गुप्ता से पूछताछ कर रही है। दरअसल गुप्ता को एजेंसी ने धन शोधन रोकथाम कानून के तहत गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने कहा था कि इस मामले में गुप्ता की भूमिका सरकारी गवाह बने राजीव सक्सेना के खुलासों के आधार पर प्रकाश में आई है। 

सक्सेना को यूएई से भारत लाया गया है। सक्सेना ने कहा था कि उन्हें आशंका है कि गुप्ता के पास अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर की खरीद के कुछ भुगतान संबंधित जानकारियां है और इस संबंध का पता लगाया जाएगा। 

प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट से यह भी कहा था कि सुषेन की डायरी में कई गई एंट्री और पेन ड्राइव में मौजूद पैसे के लेनदेन की जानकारी कोड में और संक्षिप्त में लिखा हुआ है। 

ईडी का आरोप है कि गुप्ता जानबूझकर कोड एवं संक्षिप्त नामों के बारे में गलत जानकारी देकर जांच को भटकाने की कोशिश कर रहा है। 

ईडी की माने तो सुषेन मोहन गुप्ता की डायरी में दर्ज RG का जिक्र कई जगह किया गया है। ईडी ने कोर्ट को बताया कि सुषेन से RG नाम का व्यक्ति को साल 2004 से 2016 के बीच में 50 करोड़ रुपये मिले हैं। 

ईडी के मुताबिक तो सुषेन मोहन गुप्ता जांच को भटकाने का काम कर रहा है। सुषेन गुप्ता ने RG नाम के व्यक्ति को रजत गुप्ता बताया। जबकि रजत पहले ही सुषेन मोहन गुप्ता के साथ साल 2007 से ही कैश लेनदेन की बात मान चुका है। 

ईडी ने यह भी कहा है कि मिशेल 1986 से श्रीमती गांधी को जानता था।