नई दिल्ली। राजस्थान और मध्य प्रदेश में फसलों को नुकसान पहुंचाने के बाद टिड्डे के झुंड ने उत्तर प्रदेश की तरफ रूख किया है। जिसके बाद उत्तर प्रदेश के दस जिलों को अलर्ट कर दिया गया है। वहीं मथुरा में इन दुश्मनों से निपटने के लिए हथियार को तैयार किया गया है। जिला प्रशासन ने स्थानीय ग्रामीणों को पटाखे फोड़कर शोर मचाने के लिए कहा गया है ताकि टिड्डे झुंड को भगाया जा सके।

उत्तर प्रदेश में कम से कम 10 जिलों को अलर्ट किया गया है। क्योंकि ये टिड्डी दल ,मध्य प्रदेश और राजस्थान की सीमा उत्तर प्रदेश की तरफ से प्रवेश कर रहे हैं। दोनों राज्यों में फसलों पर हमले के बाद अलर्ट जारी कर दिया गया है। टिड्डियों ने शुरू में पाकिस्तान से राजस्थान में प्रवेश किया। राजस्थान से पिछले कुछ दिनों में टिड्डियों के झुंडों ने मध्य प्रदेश में भी प्रवेश किया। जहां इन्होंने फसलों को नुकसान पहुंचाया है।  वहीं उत्तर प्रदेश के प्रभावित जिलों के जिला प्रशासन को ट्रैक्टर में लगे स्प्रेयर, पावर स्प्रेयर और फायर ब्रिगेड में रसायनों के साथ तैयार रहने के लिए कहा गया है, और रात के दौरान भारी छिड़काव करने का आदेश दिया  गया है। क्योंकि टिड्डी रात में पेड़ों में अपना घर बनाते हैं और अंडे देते हैं।  

इसके अलावा स्थानीय ग्रामीणों को पटाखे फोड़कर शोर मचाने के लिए कहा गया है ताकि टिड्डे भाग जाएं। रविवार को झांसी के जंगलों में टिड्डियों का झुंड देखा गया था और इसका 40 प्रतिशत राज्य और केंद्र सरकार की टीमों द्वारा रसायनों के छिड़काव के बाद नष्ट कर दिया गया था। वहीं महोबा जिले में इस झुंड के कारण खतरा बना हुआ है और जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। जानकारी के मुताबिक टिड्डी दल पहले राजस्थान में सक्रिय था और इसके बाद इसने यूपी की तरफ रूख किया है।  जिसके बाद झांसी, ललितपुर, जालौन और औरैया और उनके आसपास के जिलों जैसे हमीरपुर, कन्नौज, इटावा और कानपुर देहात के लिए अलर्ट जारी किया गया है। जानकारी के मुताबिक टिड्डियों का लगभग 2.5 किमी से 3 किमी लंबा झुंड प्रदेश में प्रवेश कर चुका है। 

 

मथुरा में है तैयार हथियार

मथुरा जिला प्रशासन ने इससे निपटने के लिए प्रारंभिक तैयारी शुरू कर दी है और एक टास्क फोर्स का गठन किया है। मथुरा के जिलाधिकारी सर्वज्ञ राम मिश्रा ने कहा कि 200 लीटर क्लोरोपायरीफॉस को रिजर्व के रूप में रखा गया है और क्षेत्र में इसके विक्रेताओं को जिले के बाहर रसायन की आपूर्ति नहीं करने का आदेश दिया है। वहीं झांसी प्रशासन ने अग्निशमन विभाग को निर्देश दिया है कि वह अपने वाहन को रसायनों के साथ तैयार रखे ताकि टिड्डियों के झुंडों द्वारा अचानक होने वाली हलचल से निपटा जा सके।