गणतंत्र दिवस पर छतरपुर गांधी आश्रम में नहीं पहुंचा कोई जनप्रतिनिधि
गांधीवादियों ने कहा कि देश की आज़ादी के लिए जिन्होंने अपना जीवन और जान न्योछावर कर दी उन महापुरुषों को ही जैसे जनता के नुमाइंदे भूल गए हैं। देश के दो राष्ट्रीय पर्व हैं 15 अगस्त और 26 जनवरी बाबजूद इसके ये लोग यहां नहीं पहुंचते।
छतरपुर—मध्य प्रदेश के छतरपुर में अब स्वतंत्रता के महानायक राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नेता, जनप्रतिनिधि, अधिकारी भूलने लगे हैं। दरअसल छतरपुर गांधी आश्रम में गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडा फहराने के लिए कोई नेता, जनप्रतिनिधि और अधिकारी प्रशासन नहीं पहुंचा। जिस पर लोगों की तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रहीं हैं। गांधीवादियों ने कहा कि देश की आज़ादी के लिए जिन्होंने अपना जीवन और जान न्योछावर कर दी उन महापुरुषों को ही जैसे जनता के नुमाइंदे भूल गए हैं। देश के दो राष्ट्रीय पर्व हैं 15 अगस्त और 26 जनवरी बावजूद इसके ये लोग यहां नहीं पहुंचते।