नई दिल्ली। देशभर में जब कोरोना महामारी का प्रकोप शुरू हुआ तो तब स्कूलों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया। लेकिन वीर सुरेंद्र साय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (VSSUT),बरला के छात्रों के एक समूह ने ऑनलाइन क्लासेस को शुरू किया। VSSUT का अर्थ 'शिक्षा का ताला खोलना होता है। 

कोरोना काल में VSSUT छात्रों ने एक पहल शुरू की और इसके तहत तकनीकी का इस्तेमाल कर आठवीं से दसवीं कक्षा छात्र और छात्राओं को व्हाट्सएप और अन्य ऑनलाइन प्लेटफार्मों के माध्यम मुफ्त शिक्षा प्रदान करने का संकल्प लिया और बच्चों को पढ़ाई को शुरू किया गया। इसके जरिए उन्होंने पहले कुछ स्थानीय स्कूली बच्चों को मुफ्त में ऑनलाइन ट्यूटोरियल की शुरूआतकी गई लेकिन अब इस पहल में 250 से अधिक स्कूली बच्चे जुड़ गए हैं। अनलॉक शिक्षा ’को जुलाई के पहले सप्ताह में VSSUT के हृदयानंद ने अपने दो बैचमेट्स अंकिता मेहर और आयुषी स्वैन के साथ फेसबुक पेज के जरिए शुरू किया। इसके बाद  VSSUT के 12 छात्रों की एक कोर टीम बनाई गई, जिसने सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से इस पहल को आगे बढ़ावा गया। छात्रों से सहायता लेने और किसी भी विषय पर सवाल को पूछनेके लिए कुछ मोबाइल नंबर साझा किए गए थे।

असल में जब देश में लॉकडाउन चल रहा था तब केवल पांच स्कूली छात्रों के साथ इसे शुरू किया गया और इसके साथ राज्य भर के लगभग 200 छात्र हैं। इस ग्रुप में ओडिशा बोर्ड के साथ-साथ सीबीएसई और आईसीएसई के तहत अध्ययन कर रहे हैं। VSSUT छात्रों ने तीन अलग-अलग व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं, जिनमें से प्रत्येक में राज्य बोर्ड, सीबीएसई और आईसीएसई शामिल हैं। VSSUT छात्रों के लिए एक और व्हाट्सएप ग्रुप है, जिन्होंने बच्चों को पढ़ाने और मार्गदर्शन करने के लिए स्वेच्छा से काम किया है।

VSSUT के जरिए छात्र समूह में अपना सवालों को साझा करते हैं, जिसे टीम के सदस्यों द्वारा या तो ऑडियो या वीडियो कॉल पर समझाया जाता है। टीम विभिन्न विषयों पर वीडियो कॉल पर समूह कक्षाएं भी आयोजित की जाती हैं। सदस्य हर दिन सुबह 6 बजे से 1 बजे तक सोशल मीडिया प्लेटफार्म में सक्रिय रहते हैं और विभिन्न विषयों और साथ ही संबंधित YouTube लिंक पर उपयोगी लघु नोट्स और पीडीएफ दस्तावेज़ मुहैया कराते हैं।